प्यार है ये लव जिहाद नहीं
मैसूर: एमबीए ग्रैजुएट अशिता और शकील अहमद रविवार को शादी के बंधन में बंध गए। कर्नाटक के मैसूर में एक कन्वेंशन सेंटर में दोनों की शादी हुई। इस मौके पर उनका परिवार, दोस्त तो थे ही लेकिन साथ ही बहुत सारे पुलिस वाले भी मौजूद थे। वीएचपी की ओर से कहा गया- यह मामला जबरदस्ती का लग रहा है दक्षिणपंथी हिन्दू कार्यकर्ता इस शादी को लव जिहाद का नाम देने पर उतारू थे और विरोध कर रहे थे। उनका कहना था कि शकील जोकि मुस्लिम है, अशिता, जोकि हिन्दू है, से विवाह करके धर्म परिवर्तन करवाने वाला है। कर्नाटक में वीएचपी सेक्रेट्री बी सुरेश ने कहा- यह लव जिहाद है। अगर यह प्यार है तो हमें कोई आपत्ति नहीं, लेकिन यह मामला जबरदस्ती का लग रहा है।
लेकिन, दोनों परिवारों ने इन विरोध प्रदर्शनों को अपने सेलिब्रेशन में रोड़ा नहीं बनने दिया। अशिता के पिता नरेंद्र बाबू ने शादी स्थल पर जाते हुए कहा- भारत में हम सब समान हैं.. यह विरोधियों को संदेश है। उन्हें यह समझना चाहिए। जब सब जश्न मना रहे हों और सिर्फ 0.01 फीसदी लोग विरोध कर रहे हों तो फर्क क्या पड़ता है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं का अच्छा खासा सहयोग मिला
अशिता और शकील दोनों 28 साल के हैं और सालों से एक दूसरे को जानते हैं। दोनों परिवार मांड्या में काफी समय तक पड़ोसी रहे तब तक जब तक अहमद परिवार कहीं और शिफ्ट नहीं हो गया। परिवार का कहना है, दोनों स्कूल कॉलेज में क्लासमेट थे। एमबीए दोनों ने साथ किया और 12 साल तक प्रेम संबंध में रहे। विरोध कई दिन पहले शुरू हो गया था। पुलिस ने दो विरोध प्रदर्शनकर्ताओं को मांड्या में अरेस्ट किया था। रविवार को हाई सिक्यॉरिटी में शादी हुई। इस जोड़े को सामाजिक कार्यकर्ताओं का अच्छा खासा सहयोग मिला।