दलित बच्चों को मिड डे मिल में रोटी फेक कर देने का आरोप

जालौन। उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के खुटमिली गांव के प्राइमरी स्कूल में प्रिंसिपल द्वारा दलित बच्चों के साथ जातिगत भेदभाव किए जाने का मामला सामने आया है। स्कूल में बच्चों को मिड-डे-मील खाने में रोटी फेंककर दी जाती थीं। इस मामले पर जिलाधिकारी संदीप कौर ने प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया है। 

क्या है मामला?

दरअसल गांव के बेसिक स्कूल में मध्यान्ह भोजन के दौरान दलित बच्चों को अलग से बैठाया जाता था। रसोईए द्वारा मिड-डे-मील दूर से ही परोसा जाता था और जब रोटी देने की बारी आती थी तो इन बच्चों को रोटियां दूर से ही फेंककर दी जाती थी। बताया जा रहा है कि रसोईए द्वारा ऐसी हरकत प्रिंसिपल अनिल कटियार द्वारा के कहने पर किया जाता था। मामले की जानकारी होने पर जिलाधिकारी संदीप कौर स्कूल गईं और बच्चों से बात करने लगी। बच्चों ने दलित छात्रों के साथ हो रहे भेदभाव की जानकारी डीएम को दी, जिसके बाद उन्होंने तत्काल प्रभाव से प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया। 

तालाब में मरी बिल्ली फेंकी गई

इलाके में दलितों के साथ हो रहे भेदभाव की शिकायत पर पहुंची डीएम संदीप कौर के सामने जो मामले सामने आए वो इंसानियत को शर्मसार करने वाले हैं। इन दिनों सूखे की मार झेल रहे बुंदेलखंड में दलितों के पीने के पानी को भी कथित ऊंची के जाति के लोगों द्वारा दूषित किया जा रहा है। जालौन में जिस तालाब के पानी को दलित समुदाय के लोग पीने के लिए इस्तेमाल करते हैं वहां कथित ऊंची जाति के लोगों ने बिल्ली मारकर फेंक दिया है, जिससे पूरे तालाब का पानी दूषित हो गया है। साथ ही जिस हैंडपंप से वो पानी भरते हैं उसमें गंदा पानी आता है और दूसरे हैंडपंप से उन्हें पानी भरने नहीं दिया जाता है। लोगों की शिकायत पर डीएम ने 5 हैंडपंपों को रीबोर कराने और दो पानी के टैंकर नियमित भेजने का आश्वासन दिया। 

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