मैं तो मरा हुआ समझ कर छोड़ गया जिन्दा कैसे बच गया
बठिंडा ( जीतेन्द्र सिंह )
जिस दिन मेरी 7 महीने की बेटी के साथ बलात्कार हुआ था तभी सोच लिया था इसको मारूँगा मगर कभी मौका नहीं मिला मगर मंगलवार जैसे ही मौका मिला तो उसको बाइक पे बिठाकर कहा के यह अदालती करवाई तो सालों तक चलती रहेगी हम समझोता करते है और वो तयार हो गया मैंने रस्ते में ही कोल्ड ड्रिंक में नशीली दवा मिला दी थी जिसके कारण मेरी बेटी का बलात्कारी बेहोश हो गया था। पकड़ा गया इसका खुलासा एडीसीपी बठिंडा और एसपीडी बिक्रमजीत सिंह ने कहा के आरोपी को मात्र 16 घंटों के समीप अरेस्ट किया गया है।
एसपीडी बिक्रमजीत सिंह ने पत्रकार वार्ता में कई खुलासे किये और कहा के लड़की के पिता पम्मा सिंह दुआरा आरोपी परमिंदर सिंह दुआरा उसके कई प्राइवेट पार्ट्स पर भी हमला किया गया है जबकि वो लड़की का बाप मौके से फ़रार हो गया था उसको मरा हुआ समझ कर मगर बठिंडा पुलिस ने तत्काल ही एक जांच टीम को बनाया गया और जिसने 16 घंटे के समीप ही आरोपी को ग्रिफ्तार कर लिया गया और पुछताश के दौरान आरोपी ने माना के वो अदालती करवाई से परेशान था और और पिछले दो वर्षों से आरोपी परमिंदर सिंह कोटली को मारना चाहता था और उसने कबूला के उनको न्याय नहीं मिल रहा था था जबकि वो खुद मज़दूर है।
उसने बताया यानि के आरोपी के हाथ काटने वाले लड़की के बाप ने बताया के मौका मिला तो वो उसे बठिंडा की नहर के साथ साथ गांव झुंभा ले गया तब तक परमिंदर बेहोश हो गया था और उसने किसी तेजधार हथियार के साथ पहले उसके मुँह पर वॉर किया फिर उसके हाथ काटे और उसके प्राइवेट पार्ट्स पर भी हमला किया।