मऊ – दवा कारोबारी की गोली मारकर हत्या
अगर एक साल पूर्व ही बदमाशों को दबोच लिया गया होता तो ऐसी घटना नही घटती गोलियों की तड़तराहत देखकर आसपास के दुकानदार अपने अपने दुकान का शटर गिराकर छिप गए इधर खून से लथपथ कारोबारी अपने मेडिकल स्टोर में लूढक गया और बदमाश हवाई फायरिंग करते हुए निकल लिए बदमाशों के जाने के बाद दुकानदारों ने पुलिस को सूचना दी और दुकानदारों की मदद से घूराराम को जिला अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने जाच उपरांत मृत घोषित कर दिया इससे व्यापारियों में पुलिस के प्रति काफी आक्रोश है जिस समय दवा व्यापारी की गोलियों से हत्या हुई वह घटना स्थल पुलिस सहायता केंद्र से महज 100 मीटर की दूरी पर था लेकिन उस समय पुलिस सहायता केंद्र पर एक भी पुलिस मौजूद नहीं थे और सबसे मजे की बात तो यह है कि घटना घटने के आधे घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची जिस समय घटना हुई उसी समय सराय लखन्सी so ज्ञानेश्वर मिश्रा 500 मीटर की दूरी पर चेकीग कर रहे थे और उनको घटना की भनक तक नहीं लगी इससे समझ में तो यह आ रहा है कि पुलिस पब्लिक की आक्रोश से भयभीत हो गई थी यह जानकारी होते ही पुलिस को काठ मार गया था पुलिस सचमुच सक्रिय हुई होती तो चेकिंग के दौरान बदमाश कैसे बच सकते थे इस घटना ने व्यापारियों को झकझोर कर रख दिया है व्यापारी आक्रोशित होकर गोरखपुर वाराणसी मार्ग पर चक्का जाम कर दिये और पुलिस की निष्क्रियता को लेकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे मौके पर पुलिस अधीक्षक शिव हरि मीणा भी पहुंच गए थे उन्होने बहुत जल्द ही बदमाशों की गिरफ्तारी का भरोसा दिलाकर लोगों को शांत कराया घुराराम गुप्ता के 3 बच्चियां खुशी गुड़िया और शिल्पी और दो बच्चे अंस और कृष्ण तथा पत्नी दिव्या का रोते-रोते बुरा हाल होता जा रहा है पत्नी बेहोश हो जा रही है।