जंगीपुर उप चुनाव:कौमी एकता दल का समर्थन पाकर भासपा की ताकत हुई दुगनी, मुख्य मुकाबला रहा सपा और भाजपा के बीच, नई ताकत बनकर उभर रही है भासपा
गाज़ीपुर। मो. इसराफील अंसारी। जंगीपुर विधानसभा उप चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा के बीच ही देखने को मिला। कांग्रेस अपनी खोई हुई विरासत जो खाली भी थी उसे वापस अपनी झोली में नही सहेज पाई।कौमी एकता दल का समर्थन पाकर भारतीय समाज पार्टी एक नई ताकत के रूप में उभरकर सामने आयी है। चुनाव प्रचार के दौरान समाजवादी पार्टी ने लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव की सभा, सांसद धर्मेद्र यादव का रोड-शो एवं एक दर्जन कैबिनेट मंत्रियों, विधायकों व सांसदों ने दिन-रात एक कर पूरे विधानसभा में गाँव-गाँव जाकर सहानुभूति का अलख जगाया। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने अपने विकास कार्यो व जंगीपुर कांड के निर्दोष लोगों के इंसाफ की लड़ाई का खाका खींचकर सपा को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया। पूरे विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का हवा खड़ा करने में रेल राज्य मंत्री ने पुरजोर प्रयास किया। उन्ही के प्रयास का नतीजा था कि मतदान के दिन भारतीय जनता पार्टी सपा को कड़ी टक्कर दे रही थी। कांग्रेस पार्टी अपनी पुरानी विरासत दलित और मुस्लिम वोट को भी नही रिझा पाई।
अफ़ज़ाल अंसारी का समर्थन होने से भासपा ने अंसारी बंधुओ को अपनी और खूब रिझाया,मुखतार अंसारी की मुस्लिम बंधुओ में लोकप्रियता होने से भासपा ने अपनी झोली में खूब मुस्लिम वोट बटोरे।भासपा के लिए ये कहा जा सकता है की अफ़ज़ाल अंसारी के राजनैतिक सूझबुझ का बखूबी उपयोग कर उप चुनाव में जबरदस्त उपस्थिति दर्ज़ करायी।
भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने अपने चुनाव संचालन की बदौलत पार्टी को एक नये मुकाम पर खड़ा किया है। इस चुनाव में भारतीय समाज पार्टी ने सियारामपुर व जंगीपुर में विशाल जनसभा कर विरोधियों को अपनी ताकत का एहसास कराया। सारे दलों के नेताओं के रणनीति पर भारी रही मतदाताओं की उदासीनता और मौसम की मार। जिसके वजह से लगभग 46 प्रतिशत ही मतदान हो पाया।ऊँट किस करवट बैठेगा, किसके गले में पडे़गी जयमाला इसका अंदाजा तो अगामी 19 मई को ही हो पायेगा।