बहने डूब गई, दरोगा जी मंत्री जी कि अगवानी में लगे थे।
जहां वो दोनों डूब गई। आनन फानन में चकेरी थाने को सूचना दी गई। लेकिन जाजमऊ में सपा विधायक गजाला लारी के आवास पर सूबे के कबीना मंत्री शिवपाल सिहं यादव समेत कई वीआइपी के पहुंचने के कार्क्रम के चलते सारा पुलिस फोर्स वहां तैनात था। क्षेत्रीय थानेदार और चौकी इंचार्ज समेत थाने का ज्यादातर फोर्स मंत्री के आवभगत में वहा जुटा था। यही कारण रहा कि घटना होने के दो घंटे बाद सीओ छावनी ख्याति गर्ग मौके पर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद शाम 6 बजे उन्नाव के गोताखोर घटना स्थल पर पहुंचे। काफी खोजबीन के बाद आयसा का शव तो गंगा से बरामद हो गया, लेकिन जायरा का कुछ भी पता नहीं लग सका। अंधेरा होने के चलते गोताखोरों ने अभियान रोक दिया। अब अगले दिन जायरा की तलाश की जाएगी। इस पूरे मामले में पुलिस की भीषण लापरवाही सामने आई है। बच्चियों के परिवार वालों ने पुलिस पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। आयसा के चाचा ने बताया कि पुलिस ने लापरवाही बरती क्योंकि हम लोग गरीब हैं। साथ ही वीआइपी के आने के कारण पुलिस समय से नहीं पहुंची। पुलिस की संवेदनहीनता सीओ साहिबा के बयान से साफ है। अब जिम्मेदार अफसर एसे लापरवाह पुलिस कर्मियों पर क्या कार्रवाई करते हैं, ये तोआने वाला समय बताएगा।