कारण बताओ नोटिस पर तहसील पहुंचे मानव धर्म प्रसार संस्था की टीम, राजस्व निरीक्षक चंद्रदेव राम की निकाली गई शव यात्रा को बताया संवैधानिक।
बलिया। अरविन्द कुमार सिंह व अनमोल आनन्द। बेल्थरा रोड तहसील में पिछले कई दिनों से चल रहे कथित जनसत्याग्रह आंदोलन जो की अपनी मांग पर आज भी अड़ा हुवा है, के अंतर्गत जिस संस्था ने बीते हुए दिनों में राजस्व निरीक्षक चंद्रदेव राम के निलंबन व अपने आरोपो के आधार पर तहसील परिसर में सरकारी कार्य कर रहे प्राइवेट व्यक्तियो पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग पर धरना प्रदर्शन कर राजस्व निरीक्षक का शव यात्रा निकाल कर विरोध जताया था। जिस सम्बन्ध में राजस्व निरीक्षिक ने एक प्रार्थना पत्र प्रशासन को लिख संस्था पर आरोप लगाया की जातिसूचक शब्दो का प्रयोग कर शासनादेश, व राजनैतिक नियमो के विरुद्ध संस्था ने एक घिनौना हरकत की है, उक्त प्रकरण में PNN24 न्यूज़ के समाचार भी लिखा था, जिसका संज्ञान लेते हुवे इस सन्दर्भ में SDM बेल्थरा रोड ने संस्था के ऊपर कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इस पर आज दिनांक 3 जून 2016 को कोर्ट के आदेश पर आज मानव धर्म प्रसार संस्था ने कोर्ट पहुंचकर अपनी बात प्रशासन के सामने व्यक्त की। इस सन्दर्भ में संस्था ने SDM बेल्थरा रोड को बताया की संस्था ऐसा कोई काम नहीं की है जिससे राजनैतिक, शासनादेश व सरकारी नियमो के भावनाओ को ठेस पहुंचे, हमारे यह आंदोलन छेड़ने का मतलब ये था कि गरीब किसानो के ऊपर हो रहे शोषण भविष्य में न हो। साथ ही संस्था के संयोजक विनोद यादव ने ये भी बताया की हमने राजस्व निरीक्षिक के ऊपर आंदोलन छेड़ा है न की किसी जाती और धर्म के ऊपर। हमारी बातो को ध्यान में रखते हुए प्रशासन उचित कार्यवाई करने की कृपा करे। उपरोक्त बातो को संज्ञान में लेते हुए SDM बेल्थरा रोड ने जल्द से जल्द मामले का निपटारा कराने का आश्वासन दिया।
परंतु प्रश्न अभी भी अनसुलझा है कि किसी व्यक्ति विशेष की शव यात्रा आखिर किस नियमो के अंतर्गत निकली थी। उस समय इस विरोध प्रदर्शन की क्या वीडियोग्राफी प्रशासन ने करवाया था, यदि करवाया था यदि नहीं तो यह छूट अखिर क्यों?
वही चर्चाओ को आधार माने तो राजनैतिक दबाव भी इस प्रकरण में काम कर रहा है। वही सूत्रो की माने तो इस प्रकरण में एक कद्दावर नेता का मुख्य विरोध राजस्व निरीक्षक से रहा है। क्षेत्र और तहसील परिसर में आज चर्चाओ के गर्म बाजार को आधार मानते है तो इस प्रकरण में अब पैच वर्क का ही कार्य चल रहा है। वही सूत्रो की माने तो राजस्व निरीक्षक चंद्रदेव राम अपने स्थानांतरण के विरोध में न्यायालय की शरण में है।