मथुरा मे शहीद हुए जवान का मातम जौनपुर मे
जौनपुर। रविन्द्र दुबे और शत्रुजीत त्रिपाठी। मथुरा के जवाहर बाग़ में अवैध कब्जाधारियों के बीच आमने -सामने की हुई फायरिंग में शहीद हुए एस ओ संतोष यादव के पैतृक आवास जौनपुर के केवटली गाँव में मातम सा छाया हुआ है | सिर्फ संतोष के गाँव के ही नही बल्कि आस पास के गाँव में भी जिसे इस घटना की सुचना मिल रही है वो इस परिवार के दुःख की घडी में साहस बधाने पहुच रहा है |
शहीद संतोष यादव के घर जिलाधिकारी जौनपुर और एस पी जौनपुर ने भी पहुच कर इस परिवार को हिम्मत दी और सरकार द्वारा पूरी सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।
शहीद संतोष यादव के घर जिलाधिकारी जौनपुर और एस पी जौनपुर ने भी पहुच कर इस परिवार को हिम्मत दी और सरकार द्वारा पूरी सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।
जौनपुर जिला मुख्यालय से 70 किमी दूर सुजानगंज थाना के केवटली गाँव में मातम सा छाया हुआ है | इस गाँव के लाल संतोष की कल मथुरा में अवैध कब्ज़ा हटाने को लेकर शुरू हुए विवाद में कब्जाधारियों की गोली लगने से मौत हो गई थी संतोष के मौत की सुचना मिलते ही गाँव के लोगो के चेहरे पर उदासी छा गई | संतोष की पत्नी मिथिलेश का रो रो कर बुरा हाल है | दस साल का बेटा निखिल और आठ साल की बेटी श्रेया की निगाहें अपने पिता को तलाश रही है | पिता की मौत हो जाने के बाद संतोष ही अपने दोनों भाईयो बबलू और महेंद्र का भी परवरिस कर रहे थे जिनकी अभी तक नौकरी भी नही लग सकी थी |
परिवार की इस दुःख की घड़ी में जिला प्रशासन भी खड़ा रहा जिलाधिकारी और एस पी जौनपुर ने पहुच कर सारी सरकारी सुविधाए मुहैया कराने का अस्वासन दिया | एसपी रोहन पी कनय ने कहाकि जब वो मथुरा में एएसपी थे तो सतोष के साथ काम किये थे और सतोष स्वभाव से बहुत ही अच्छा था | जिलाधिकारी ने कहाकि खुद मुख्यमन्त्री ने इस परिवार को आर्थिक सहायता देने का एलान किया है और जो भी सरकार से इस परिवार के लिए किया जाएगा वो इस परिवार को जरुर उपलब्ध कराया जायेगा |