खबर से बौखलाए विद्यालय प्रबंधक ने दी पत्रकार को धमकी, कहा अबकी बार धान रोपवायेगे देखता हु कौन रोकता है।
बेल्थरा (बलिया)। तारिक़ आज़मी। पत्रकारो पर आये दिन हो रहे उत्पीड़न का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। किसी ने क्या खूब कहा है की अगर किसी पत्रकार ने”खबर लिखा तो पैसा लिया है,और न भी लिखा हो तब भी पैसा लिया है” और हकीकत लिख समाज को आइना दिखाने का काम किया जाये तो पत्रकार बंधू बख्शे नहीं जाते है।अब समझ में नहीं आता की पत्रकार बंधू करे तो क्या करे।
ऐसा ही एक वाक्या देखने और सुनने को मिला है।मामला बेल्थरा रोड के अंतर्गत थाना उभांव के तिरनई गांव के एक विद्यालय “नविन हुसैन मेमोरियल इण्टर कालेज तीरनई खिजिरपुर जनपद बलिया” का है जिसके प्रबंधक और प्रधानाचार्य फैजान अहमद है।इस विद्यालय में विगत कुछ दिन पहले छोटे छोटे बच्चों के द्वारा व्यक्तिगत खेत में प्याज रोपाई का कार्य करवाया जा रहा था। बच्चों से कार्य करवा रहे अध्यापक से पूछने पर कहा था की बस पांच मिनट बाद हम लेकर चले जाएंगे। इस खबर को हमारे संवाददाता नीलोफर बानो ने विस्तार से समाज को दिखाया था।इस खबर पर तिलमिलाए विद्यालय प्रधानाचार्य ने जान से मारने की धमकी भी दी जो कई स्थानीय व्यक्तियो द्वारा मिली थी।
उसी प्रधानाचार्य से हमारे संवाददाता अरविन्द कुमार सिंह की मुलाक़ात दिनांक 8 जून 2016 को थाना उभांव के अंतर्गत मालीपुर चट्टी पर हो गयी। प्रधानाचार्य के बगल में बैठे एक महानुभाव जो अपने आप को पत्रकार बताते है पेशे से जानवरो के डाक्टर है ऐसा कहा जाता है पर ये नहीं पता है की किस बैनर तले काम करते है।उन्होंने इसारे में उंगली दिखाते हुए हमारे संवाददाता की पहचान करा दी की यही है अरविन्द कुमार सिंह जो आपके विद्यालय की खबर चलाया था। और शुरु हो गये प्रधानाचार्य जी अपनी गुस्साई बात को लेकर भड़ास निकालने लगे।और कहा की बड़े दिन से आपको ढ़ूँढ रहा था,और कहा की आप कौन होते है हमारे स्कूल की खबर व जाँच करने वाले हमारी जो मर्जी होगी वो करेंगे अगर दुबारा दिख गए हमारे स्कूल के इर्द गिर्द तो फाड़ के रख दूंगा।संयोग तुम्हारा ठीक था की उस दिन मिले नहीं नहीं तो हाथ पैर तोड़ के रख दिया होता।इस बार आगामी जुलाई 2016 में स्कूल खुलने के बाद मैं बच्चों से खेत में धान की रोपाई करवाऊंगा अगर मर्द होना तो आजाना न फाड़ के रख दिया तो कहना और इस बार बोर्ड परीक्षा में तुम्हारा बेसब्री से इन्तजार कर रहा था अगर आ गये होते तो बता दिया होता, काट के गाड़ दिया होता। जिसको जो करना होता मैं देख लिया होता।बड़े पत्रकार बन गए हो अधिकारियों के खिलाफ दम है तो लिख कर दिखाओ,बेसिक शिक्षा अधिकारी के खिलाफ लिखो,SDM के खिलाफ लिखो,पुलिस के खिलाफ दम है तो लिख कर दिखाओ क्या इनके काले कारनामो के बारे में आप पत्रकारो को नहीं मालुम होता है,जो बड़े पैमाने पर धांधली कर रहे है।जिस पर हमारे संवाददाता ने कहा की हम कलमाकार लिखते है और लिखेंगे हम पत्रकारो को सिर्फ सही साबुत हाथ लग जाए।इस पुरे प्रकरण की वीडियो हमारे संवाददात के पास मौजूद है।इस सन्दर्भ में स्थानीय पुलिस को सूचना दे दी गयी है और पुलिस के द्वारा जल्द से जल्द कार्यवाई करने का आश्वासन दिया गया है।
उम्मीद है की इस खबर को संज्ञान में ले जिला प्रशासन द्वारा उचित कार्यवाही की जायेगी।