प्रेम प्रसंग में हुई थी वरुण की हत्या
उसके घर तक फोन करके शादी करने से मना कर रहे हो इस पर मृतक अरुण ने कहा की हम यह शादी नहीं होने देंगे । बस इसी बात को लेकर संतोष और उसका छोटा भाई नरेंद्र ने संतोष के गमछे से अरुण का गला दबाकर हत्या कर शव को गाँव के प्यारेलाल की मंडई में ले जाकर उसी गमछे से मंडई के बांस में बाँध दिया और घर चले गए। जब सुबह प्यारेलाल की घर की एक औरत जब उक्त मंडई में ईंधन निकालने गई तो देखा की अरुण की लाश टंगी हुई है। इसके बाद सोर मचाने लगी तभी गाँव के लोग आ गए और पुलिस को सूचना दिये पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मृतक के पिता फिरतू ने हत्या का तहरीर थाने में दिया था । पुलिस तभी से जांच में जुटी थी। सबसे बड़ी बात है की घटना के समय मृतक अरुण के जेब में उसकी मोबाइल मिला था जिससे पुलिस को जांच में आसानी हुई और मोबाइल नबर को सर्विलांस में लगाकर पता किया तो यह पता चला की संतोष की बहन से कई बार बात हुई है। तभी से पुलिस इन दोनों के तलाश में थी और शनिवार को सुबह क्षेत्र के बाजार से मुखविर की सूचना पर गिरफ्तार कर संतोष व नरेन्द्र को थाने लाई और दोनो को पूछ ताछ के बाद जेल भेज दिया। इस संबध में बरदह थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक के परीजनों ने दोनो के खिलाफ नामजद तहरीर दिया था। जिसकी खोज में पुलिस लगी थी और सर्विलास की मदद भी मिली। शनिवार की सुबह पता चला बाजार में दोनो है। मौके पर पुलिस पहुंची हिरासत में लेकर थाने आई और जांच करने के बाद उन्हे जेल भेज दिया।