लिसूतू (अफ्रीका) में सड़क हादसे में हुयी उत्तर प्रदेश के युवक की मौत
★पन्द्रह दिन बाद घर पहुंचा शव
★इंडियन एंबेसी से नहीं मिली किसी भी प्रकार की मदद
रविशंकर / गजेंद्र शंकर
रामपुर। अफ्रीका से सटी लिसूतू में हुए सड़क हादसे में पटवाई क्षेत्र के ग्राम जिवाई कदीम निवासी युवक की मौत हो गई। वह करीब नौ साल से लिसूतू शहर में कारोबार कर रहा था । घटना की जानकारी मिलने पर परिवार में कोहराम मच गया। शनिवार देर रात करीब 01:00 बजे उसका पार्थिव शरीर उसके घर जिवाई कदीम पहुंचा।
पटवाई थाना क्षेत्र में स्थित ग्राम जिवाई कदीम निवासी सुरजीत सिंह (28) पुत्र सिंदर सिंह पिछले नौ वर्षों से लिसूतू देश के कटिंग जिले में किराने का कारोबार कर रहा था बताया गया है कि रात को करीब 10:30 बजे भारतीय समयानुसार दुकान बंद करके घर लौट रहा था। कार में उसके साथ दो दोस्त भी थे जो वहीं के स्थानीय निवासी थे। घर लौटते समय सामने से आ रहे वाहन से बचाने के प्रयास में उसकी कार गहरे गड्ढे में जा गिरी व पलट गई । जिससे तीनों बुरी तरह घायल हो गए । घायलों को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां सुरजीत सिंह व उसके एक साथी की उपचार के दौरान मौत हो गई।परिजनों के मुताबिक ढाई माह पूर्व सुरजीत सिंह गांव से वापस लिसूतू गया था। परिवार में पिछले छः माह में सुरजीत समेत ये पांचवीं मौंत है। साल 2016 परिवार पर सितम गर साबित हुआ।सुरजीत के बड़े भाई नरेन्द्र ने बताया कि पिछले छह महीने के भीतर उनके घर से ये पांचवीं अर्थी निकली है।कुदरत के इस खेल को सोचकर हर कोई स्तब्ध है । सबसे पहले नरेन्द्र की चाची सुरजीत कौर पत्नी प्रीतम सिंह ,चाचा शीशा सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह, पिता सिंदर सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह, बुआ प्रीतम कौर और उसके छोटे भाई सुरजीत सिंह की मृत्यु हुई है।
परिजनों ने बताया कि सुरजीत की मौत 10 जून को हो गई थी जिसके बाद खबर सुनकर आई बुआ की भी सदमे में दो हफ्ते पहले मौत हो गई।आज सुरजीत के शव को उसके पैतृक गांव में सुपुर्दे खाक किया गया ।परिजनों ने बताया कि शव को वापस हिन्दुस्तान लाने में किसी के द्वारा कोई मदद नहीं की गई परिवार शव को दिल्ली के इंटरनेशनल एयरपोर्ट से एम्बुलेंस द्वारा घर तक लाए।