वाल्मीकि बस्ती बचाओ समिति के सदस्यों ने की बैठक, समाज के स्वार्थी लोगों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया
रविशंकर/गजेन्द्र
रामपुर। वाल्मीकि बस्ती बचाओ संघर्ष समिति के बैनर के तले मौ○ तोपखाना वाल्मीकि बस्ती, रामपुर में समस्त वाल्मीकि समाज के लोगों ने समाज के कुछ स्वार्थी लोगों का बहिष्कार करने को लेकर निर्णय लिया।जिसमें समिति अध्यक्ष अविनाश तपन ने कहा कि वाल्मीकि बस्ती प्रकरण राष्ट्रीय मुद्दा है । समाज के लोगों को इसके फैसले की प्रतिक्षा करनी चाहिए और इसका जो भी फैसला होगा मीडिया के सामने होगा और प्रत्यक्ष होगा।भारत में वाल्मीकियों की दयनीय स्थिति का अंदाजा और उनका भविष्य वाल्मीकि बस्ती प्रकरण के निपटारे पर तय होगा, किन्तु समाज के कुछ फर्जी संगठन एवं स्वयंभू नेता संविदा सफाई कर्मियों की नौकरी के लालच में समाजवादी पार्टी के कददावर मंत्री के इशारे पर वाल्मीकि बस्ती को उजाड़कर तथा बस्ती के जागरूक लोगों के झूठे मुकदमें में फंसाकर जेल भेजने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे उनको मंत्री की शाबाशी मिल सके।
उन्होंने आगे कहा कि समाज के उपरोक्त स्वार्थी लोगों के द्वारा मौहल्ला तोपखाना वाल्मीकि बस्ती के उन लोगों के नाम दिए गए हैं जो बस्ती और प्रशासन के बीच वार्ता के जरिए शान्ति का हल निकालने का प्रयास कर रहे हैं ,जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण उप जिलाधिकारी एवं नगर मजिस्ट्रेट, अल्पसंख्यक अधिकारी, तहसीलदार, बी○ एस○ ए○ के बीच मामला सुलझाने की बात चल रही है, लेकिन नगर विकास मंत्री के इशारे पर बस्ती के इन संघर्षशील लोगों के खिलाफ समाज के स्वार्थी नेताओं ने, जो राजनैतिक पार्टियों से समाज को बेचने का काम कर रहे हैं, उनके द्वारा झूठे मुकदमें लिखवाकर जेल भेजने की तैयारी कर रहे हैं। तपन ने कहा कि वाल्मीकि बस्ती का कोई भी व्यक्ति स्वयं बस्ती छोड़ने को तैयार नहीं है।
उन्होंने जिलाधिकारी से आग्रह किया कि इन स्वार्थी नेताओं की फर्जी शिकायत पर स्वयं व जिला प्रशासन की कमेटी बनाकर जांच करा सकते हैं, जिनमें दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। क्योंकि बस्ती के जिन संघर्ष शील लोगों को झूठे मुकदमे में फंसाने का कार्य किया जा रहा है, वे लोग कई वर्षों से समाज में समाजसेवा एवं भाईचारे को लेकर कार्यरत हैं । इन लोगों से कहीं भी कोई शान्ति भंग का अंदेशा नहीं है।बैठक में सपा से जुड़े लोगों से संबंध रखने और बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया।