कोतवाली कादीपुर, सुल्तानपुर- साहेब कब मिलेगा अंकित।

★वाह कादीपुर पुलिस, गुमशुदगी की तहरीर में भी काट पीट,
★अभी तक नहीं सुराग मिला 12 मई के गायब हुवे अंकित का।
★क्या कानपुर के आशुतोष काण्ड से भी सबक नहीं लिया सुल्तानपुर पुलिस ने।
सुल्तानपुर। प्रमोद दुबे। अभी विगत पखवारे कानपुर के आशुतोष हत्याकांड ने प्रदेश की आत्मा तक झकझोर कर रख दी थी, उस पुरे प्रकरण में पुलिस के कार्यप्रणाली की खूब आलोचना हुई थी। मगर लगता है कादीपुर पुलिस ने उससे कोई सबक हासिल नहीं किया है और उसी से मिलते जुलते एक गुमशुदगी के प्रकरण में हीला हवाली कर रही है।

घटना जो पीड़िता ने हमको बताया वो कुछ इस प्रकार है कि कादीपुर के सुरापुर निवासी राम मिलन वर्मा का 15 वर्षीय पुत्र अकिंत वर्मा दिनाक 12-06-2016 को सुबह लगभग 11 बजे घर से निकला। पीड़ित परिवार का आरोप है कि वह गाव के ही एक युवक अजीत वर्मा के साथ गया था। जब शाम को लगभग 4 बजे अजीत वर्मा अपने घर वापस आ गया लेकिन अकिंत वर्मा घर वापस नहीं लौटा तो परिवार वालो ने अजीत वर्मा से पूछा मगर उसने कुछ नहीं बताया। पीड़ित परिवार का आरोप है कि जब इसकी सूचना पुलिस चौकी सुरापूर को दी गई तो चौकी इंचार्ज डी0पी0शुक्ला ने अकिंत वर्मा की माता सरोजा देवी की तहरीर लेने से मना कर दिये और कोतवाली में तहरीर देने के लिए कहा। आपको बताते चले की सुरापुर रिपोर्टिंग चौकी है। अंकित वर्मा की माँ सरोजा देवी का आरोप है कि जब उनके द्वारा अजीत वर्मा और उसके पिता बावूराम पुत्र पंडोही वर्मा ग्रा0-मझगवां,पुलिस चौकी -सुरापुर थाना – कादीपुर  व अजीम खां पुत्र तौकीर ग्रा0- खण्डोरा थाना- कादीपुर, व लालचंद्र वर्मा पुत्र राम सेवक वर्मा ग्रा0- बडोनाडीह भटपुरवा, पाण्डेयबाबा थाना- मोतिगरपूर के नाम से तहरीर दी गई तो वहा के अधिकारियों के द्वारा कहा गया कि केवल अजीत वर्मा के विरुद्ध तहरीर दो शेष का नाम विवेचना में बढा लिया जाएगा। पीड़िता के अनुसार उन्होंने पुलिस कर्मियो की सुझाई हुई तहरीर दे दिया और थाना सम्बंधित ने गुमशुदगी दर्ज कर तहरीर सुरापूर चौकी इंचार्ज डी0पी0शुक्ला के पास जांच हेतु भेजा दिया। 
आरोप है कि जब पीडिता सरोजा देवी एवं उनके सहयोगी रिश्तेदारो के द्वारा चौकी इंचार्ज शुक्ला से संपर्क किया गया तो उन्होंने भी यही कहा कि शेष नाम विवेचना में बढा दिया जाएगा। मगर आज तक कौ संतोषजनक कार्यवाही न हुई और न ही अंकित का कोई पता चला। पीड़ित पक्ष की माने तो इसी बीच उक्त आरोपियों के द्वारा पीडिता सरोजा देवी को तहरीर वापस लेने की धमकी दी जा रही है, जिसकी सूचना भी पीडिता सरोजा देवी के द्वारा पुलिस प्रशासन को दी गई मगर चौकी इंचार्ज द्वारा अभी तक कोई संतोषजनक कार्यवाही नहीं की गई। हमारे प्रतिनिधि द्वारा जब इस सम्बन्ध में चौकी इंचार्ज से दूरभाष पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो चौकी इंचार्ज महोदय का फ़ोन नहीं उठा।
अब पीड़ित पक्ष किसी अनहोनी की आशंका में डर रहा है। सूत्रो से प्राप्त अपुष्ट सूचनाओ को अगर आधार माना जाय तो आरोपियों में एक के पिता पत्रकार है। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि उनके सम्बन्ध चौकी इंचार्ज से काफी अच्छे है जिसके कारण विवेचना प्रभावित हो रही है। 
जो भी हो प्रकरण की गंभीरता को देखते हुवे कादीपुर पुलिस प्रशासन को शायद और तत्परता की आवश्यकता है। एक माँ की ममता अपने नौनिहाल को देखने को तरस रही है वही एक बाप अपने बुढ़ापे के सहारे के साथ किसी अनहोनी को सोच कर भी सिहर उठ रहा है।

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