ग्रामीणों का पुलिस टीम पर हमला, पथराव और फायरिंग में एसआई सहित चार घायल
संजय/यशपाल
आजमगढ़। दुर्घटना के बाद सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों से पुलिस की जोर जबरदस्ती भारी पड़ी। सीआरपीएफ के जवान को जबरदस्ती जीप में बैठाने से नाराज ग्रामीणों ने पुलिस पर ईट पत्थर से हमला कर दिया। जवाब में पुलिस ने भी ईट पत्थर चलाने के साथ ही लाठियां भांजी और हवाई फायरिंग की। पथराव में एक एसआई और एक आरक्षी घायल हो गया जबकि तीन अन्य लोग रबर की गोली लगने से घायल हुए। घायल एसआई सहित सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थिति को देखते हुए मौके पर आधा दर्जन थानों की फोर्स, एक कंपनी पीएसी, दंगा नियंत्रण टीम तैनात कर दी गयी है। एसपी सहित कई आलाधिकारी मौके पर डटे हुए है।
मेंहनगर थाना क्षेत्र के गंजोर गांव निवासी रोहित राम 20 पुत्र पुजारी राम मंगलवार को अपने आरक्षी भाई दीनानाथ, भांजे अरूण के साथ बाइक से जिलामुख्यालय की तरफ से घर जा रहा था। रानी की सराय थाना क्षेत्र के ऊंची गोदाम के पास बाइक और टाटा सूमों में आमने सामने टक्कर होने से रोहित गंभीररूप से घायल हो गया जबकि उसके भाई और भांजे को मामूली चोटें आई। स्थानीय लोगों की मदद से रोहित को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां हालत गंभीरदेख चिकित्सक ने हायर सेंटर रेफर कर दिया। परिजन उसे वाराणसी ले जा रहे थे कि रास्ते में मौत हो गयी।
चालक के खिलाफ कार्रवाई, मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता की मांग को लेकर ग्रामीणों ने बुधवार की पूर्वाह्न 9 बजे शव जयनगर चौराहे पर रखकर सड़क जाम कर दिया। जाम की सूूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जाम को समाप्त कराने का प्रयास किया लेकिन लोग आलाधिकारियों को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़े रहे। जाम हटाने को लेकर पुलिस पब्लिक के बीच बहस चल ही रही थी कि तभी दारोगा ने गंजोर गांव निवासी सीआरपीएफ जवान कैलाश सरोज को जबरदस्ती जीप में बैठा दिया। इसके बाद भीड़ ने आपा खो दिया और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने भी पथराव शुरू किया तो बात और बिगड़ गयी। पथराव में एसआई नंदलाल व आरक्षी जयप्रकाश घायल हो गये।
पुलिसकर्मियों को घायल देख पुलिस ने लाठीचार्ज व हवाई फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के दौरान रबर की गोली लगने से गंजोर गांव निवासी निन्हकी देवी 50 पत्नी श्यामलाल, शैलेश 20 पुत्र दिनाली व सिधारी थाना क्षेत्र के छतवारा निवासी मृतक का रिश्तेदार सूर्यभान 45 घायल हो गये। इसी दौरान मेहनाजपुर, बरदह, फूलपुर, तरवां, गंभीरपुर, बरदह आदि थानों की फोर्स एक बटालियन पीएसी, एसडीएम लालगंज बाबूलाल, सीओ लालगंज एसपी तोमर मौके पर पहुंच गये। पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के साथ ही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसपी अजय कुमार साहनी, अपर जिला मजिस्ट्रेट प्रशासन आशुतोष द्विवेदी भी मौेके पर पहुंच गये है। करीब चार घंटे चले बवाल के बाद एक बजे से स्थित पुलिस के नियंत्रण में है। दारोगा सहित सभी घायलों का जिला उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। वहीं हालात को देख व्यवसायियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिये है।