प्रदेश सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ अपना दल बहराइच ने दिया ये दिवसीय धरना।।
उनके ऊपर लगभग साढ़े चार साल के कार्यकाल में करीब 1208 हमले हुये हैं। एक तरफ मुख्यमंत्री परवीन आजाद के लिए गजटेड पोस्ट का सृजन करके चालीस लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा करते हैं वही जवाहर बाग में शहीद एसपी सिटी मथुरा स्वर्गीय द्विवेदी के परिवार को पहले मात्र बीस लाख रुपये और मामूली नौकरी देने का निर्णय करते हैं। भला हो सोशल मीडिया व प्रिन्ट मीडिया का, जिनके प्रतिरोध पर ओ एस डी जैसे गजटेड पद पर नियुक्ति का वादा करते हैं। पशु तस्करी रोकने के लिए शहीद दरोगा मनोज मिश्रा का परिवार सरकार की दोहरी शहीदों के मुआवजे की नीति के कारण माननीय उच्च न्यायालय को जाने को विवश हुआ। उत्तर प्रदेश की नगरीय और ग्रामीण सरकारी जमीनों पर सपा समर्थक लोगों द्वारा अवैध कब्जे सहित खनन का कारोबार फल-फूल रहा है। एटा के अलीगंज के लगभग दो दर्जन से अधिक लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि आबकारी और पुलिस विभाग के अधिकारियों के, व चंद सफेदपोश नेताओं पर अवैध कारोबार जारी है और मुख्यमंत्री मात्र चर्चा में आने के लिए नाटक कर रहे हैं। यदि माननीय मुख्यमंत्री जी की नीति और नीयत साफ है तो आबकारी और पुलिस विभाग के जिम्मेदार अफसरों को भी मुकदमे में नामजद करके दंडित करायें। धरने को संदीप पटेल सचिव विधि मंच, राम निवास वर्मा सचिव अपना दल उत्तर प्रदेश, सुशील कुमार माहेश्वरी (नूतन माहेश्वरी) अध्यक्ष व्यापार मंडल बहराइच एवं वरिष्ठ नेता अपना दल सहित गिरीश कुमार पटेल अध्यक्ष ने संबोधित किया। धरने में कालिका प्रसाद गुप्ता, डॉ राम गोपाल प्रजापति, पेशकार पटेल, उत्सव चौरसिया, दिनेश कुमार वर्मा, सत्येन्द्र वर्मा, छोटे लाल गुप्ता, राजीव कुमार वर्मा, डाक्टर हरीश कुमार वर्मा, ललई वर्मा, दुरविजय सिंह पटेल, अरविन्द कुमार श्रीवास्तव एडवोकेट, अभिषेक पटेल, गुलाब चंद गुप्ता, राम सुहावन वर्मा, दिलीप कुमार पटेल, राज कुमार वर्मा राजन, वरूण पटेल, सिया राम भार्गव, रमेश कुमार प्रजापति, दूध नाथ चौधरी, राम दास पाल पूर्व प्रधान मसीहाबाद, हरिहर प्रसाद वर्मा, विजय कुमार, बसंत लाल वर्मा सहित तमाम पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भीषण बारिश के बावजूद भी जुटे रहे।