स्वानों ने हिरन को किया घायल, ग्रामीणों ने बचाया
नीरज परिहार।
आगरा-पिनाहट। चम्बल सेन्चुरी के बीहड में सर्वाधिक मृग हिरन पाये जाते है। वहीं आगरा जनपद के ब्लाक पिनाहट के मनसुखपुरा क्षेत्र में करीब चार हजार से अधिक काले और लाल हिरन पाये जाते है। जो इस क्षेत्र में वन विभाग की देखरेख में रहते है और इनकी संख्या इस क्षेत्र में दिनों दिन बढती जा रही है। मगर यह प्रजाति आये दिन वन विभाग की लापरवाही और अनदेखी के चलते शिकार हो रही है। मामला गॉव पलोखरा का है। जहॉ घूम रहे एक दर्जन से अधिक हिरनों के झुण्ड पर शिकारी स्वानों ने हमला कर दिया। जिसमें अन्य हिरन भागने में सकल रहे। वहीं एक हिरन को शिकारी स्वानों ने अपना शिकार बनाकर दबोचकर लहूलुुुहान कर दिया।
खेतों पर मौजूद ग्रामीणों ने यह नजारा देखा तो उनसे हालत देखी नही गयी। वह हिरन को बचाने के लिए लाठी डंडे लेकर दौडे उन्हौने स्वानों को भगाकर हिरन को बचाया। और घायल हिरन होने की सूचना उन्हौने वन कर्मियों को दी। सूचना के काकी देर बाद मौके पर पहुचे वन कर्मियों ने हिरन को गाडी में लादकर पिनाहट पशु अस्पताल लेकर आये जहॉ घायल हिरन का इलाज करवाकर हिरन को बेहतर इलाज के लिए कीठम भिजवा दिया। ग्रामीणों की माने तो इस क्षेत्र में सर्वाधिक हिरन पाये जाते है। जो आये दिन वन कर्मियों की लापरवाही के चलते शिकारी स्वानों के साथ शिकारियों का शिकार होते रहते है। जिससे इस प्रजाति के उपर बडा खतरा मडराने लगा है। अगर जल्द ही वन विभाग हिरनों की देखरेख के लिए कोई कदम नही उठाता है तो हिरन आये दिन शिकारी और शिकारी स्वानों का शिकार होते रहेगे।