बाढ़ से महाराजगंज के तबाही की कहानी प्रदीप चौधरी की जबानी,
महाराजगंज।
बाढ़ से प्रभावित पहाड़ी नाले झरही मे आए मगरमच्छ, सड़क पे घूमते दिखे, बाढ़ के बहाव के साथ घुस सकते है प्रभावित आबादी मे। नरायणी नदी के B gap की स्थिति हो रही भयानक। भारत व नेपाल के कई गावो व ज़िन्दगियों पर लटका रही तलवार।
?कोतवाली ठुठीबारी पुलिस चौकी लक्क्षमीपुर अन्तर्गत ग्राम करजां में गांव के दक्षिण मलाही गन्डक नाले में आज लगभग दो बजे सोलह बरसीय फिरोज पुत्र याकुवअली कि डुबने से मृत्यु।
?महराजगंज के ठूठीबारी में लोग नेपाल की झरही नदी की बाढ़ के साथ आए मगरमच्छों से डरे हुए हैं। शनिवार सुबह राजाबारी गांव और नौतनवा मार्ग पर लोगों ने दो-दो मगरमच्छ देखे। इसके बाद से वे बहुत सम्भलकर ही घर से बाहर निकल रहे हैं। झरही नदी के पानी का असर भारतीय क्षेत्र के ठूठीबारी सहित दर्जनों गांवों पर पड़ा है। ठूठीबारी कोतवाली के पास शुक्रवार से पानी ओवरफ्लो हो रहा है। इस बीच शनिवार को राजाबारी गांव के कुटी टोले पर दो मगरमच्छ दिखे। लोग वन विभाग को सूचना देने की कोशिश कर ही रहे थे कि तभी नौतनवा मार्ग पर भी पानी में दो मगरमच्छ दिखाई पड़ गए।
Pnn24 टीम ने सर्वप्रथम जारी की थी बाढ़ की खबर।
?नारायणी नदी की उफान से लोगो में दहशत..
बीती रात नारायणी नदी में अचानक जल अस्तर ज्यादा बारिश से बढ़ गया और नदी अपने उफान पर आ गई.जिससे की बी गैप ठोकर नंबर 13 और नेपाल बंधा ठोकर नंबर 5 क्षतिग्रस्त हो गया इसकी गाव वालो को दी गयी और सावधान रहने को कहा गया.पानी का बहाव इतना तेज था की बाल्मीकि नगर बैराज का 33 नंबर फाटक टूट गया.उसके बाद से सरे फाटक उठा दिए गए जिससे की पानी का अस्तर और बढ़ गया जिससे 3 लाख क्यूसेक से ऊपर पानी बह रहा है और लोगो में दहशत ब्याप्त है.गांवों वालो ने अधिकारियो के कार्य प्रणाली पर आरोप लगाया की अगर समय रहते बंधो का मरम्मत होता तो आज ऐसे दिन नहीं देखने को मिलता.उधर जब ए. इ. एम् के सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा की बंधे की मरम्मत की जा रही है और इस समय सारी चीजे नियंत्रड में है और डरने की बात नहीं है.