फिर बढ़ सकतीं है मुश्किलें संत तुलसीदास के रविन्द्र मिश्रा की, विनियमतिकरण के नाम पर हुई वसूली की शिकायत पहुची थाने तक।
सुल्तानपुर। प्रमोद दुबे। संत तुलसीदास पीजी कालेज के पुर्व प्राचार्य डॉ अरविन्द पांडेय के सिपाहसालार के रूप में मशहूर और महिला शिक्षिका उत्पीड़न में सह अभियुक्त डॉ रविन्द्र मिश्रा की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। अभी रविन्द्र मिश्रा महिला सहकर्मी से दुर्व्यवहार और छेड़खानी के आरोपो में फंसे ही थे और उनको सहारा अरविन्द पाण्डेय का था, तब तक डॉ अरविन्द पाण्डेय से अचानक प्राचार्य पद ही चला गया। अब जिस महाविद्यालय में उनका राजशाही ठाठ चलता था अचानक साम्राज्य ही समाप्त हो गया। रविन्द्र मिश्रा द्वारा पैच करने के प्रयास के अंतर्गत समस्त शिक्षकों से सामान्य व्यवहार करने का प्रयास किया जाने लगा, परंतु इनके कृत्यों से नाराज़ शिक्षक वर्ग इनको शायद स्वीकार ही नहीं करना चाहा। सूत्रों की माने तो जहा रविन्द्र मिश्रा आकार बैठते वहां से अन्य शिक्षक किसी न किसी बहाने से स्वयं ही हट जाने लगे। अभी यह सब चल ही रहा था कि अवैध वसूली की इनके खिलाफ शिकायत अंततः वर्षो बाद थाने पहुच ही गई।
घटना के सम्बन्ध में आरोप कुछ इस प्रकार है कि पुर्व मुख्यमंत्री मायावती के शासन काल में अनुमोदित शिक्षको को विनियमित करवाने के नाम पर महाविद्यालय एवं अन्य महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं से रविन्द्र मिश्रा द्वारा तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री के नाम पर अवैध वसूली हुई थी। हमारे स्वयं के द्वारा इसका एक बड़ा खुलासा वर्ष 2012 में किया गया था। वसूली की सच्चाई जल्द ही खुल गई और ठगे गए शिक्षकों ने अपने पैसे वापस मांगने शुरू कर दिए। जिसका दबाव अधिक होता उसको कुछ पैसे देकर शांत करवा दिया जाता और जो शांत रहता उनकी चिंता ही नहीं। सूत्रों की माने तो इस केस को न उभारने का दबाव तत्कालीन प्राचार्य डॉ अरविन्द पाण्डेय द्वारा अपने कालेज के शिक्षक और शिक्षिकाओं को दिया गया था। फिर भी महाविद्यालय में इस प्रकरण पर तीखी नोकझोक अक्सर ही होती रहीं है। मगर महाविद्यालय की सत्ता की बागडोर हाथ में होने के कारण ये मुद्दा हर बार दब जाता रहा। अब जैसे ही अरविन्द पाण्डेय के घर वापसी की सुचना महाविद्यालय पहुची वैसे ही अपने पैसे वापस मांगने का दबाव शुरू हो गया। सूत्रों की माने तो रविन्द्र मिश्रा इस बार प्रबंध तंत्र के आसरे रहे कि प्रबंध तंत्र उनकी सहायता करेंगे। मगर हुवा उल्टा, अभी तक बाहर ही सेटल करने की सोच रहे डॉ रविन्द्र मिश्रा को सर मुड़ाते ओले पड़ने की कहावत चरितार्थ हुई और हिंदी की एक महिला प्रवक्ता ने कादीपुर कोतवाली में रविन्द्र मिश्रा के खिलाफ इससे संबंधित शिकायत एक तहरीर के माध्यम से सम्बंधित थाना को दी गई है। शिकायत पर थाना सम्बंधित द्वारा जाँच प्रारम्भ कर दी गई है।