एस0 पी0 ने लगाई फटकार, जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट माँगी, टीवीएस एजेंसी बेल्थरा रोड का मामला।
अरविन्द कुमार सिंह/अनमोल आनन्द
बलिया। थाना क्षेत्र उभांव के अंतर्गत ग्राम टेकनपुरा पिपरौली निवासी अरविन्द कुमार यादव ने टी0वी0एस0 एजेंसी के मालिक के ऊपर गुंडई, जबरदस्ती गाड़ी छीनने और मानसिक व आर्थिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है।
क्या है मामला:
बता दें कि बेल्थरा रोड के TVS एजेंसी से 18 अगस्त 2015 को पीड़ित अरविन्द कुमार पुत्र मुन्शी यादव ने एक दो पहिया वाहन जिसका नम्बर UP60Z2369 फाइनेंस कराकर क़िस्त पर खरीदा जिसकी डाउन पेमेंट ₹24000/- दिया। उसके बाद क्रमशः ₹1000, ₹4000, ₹5000, ₹5920 क़िस्त दिया जो क़िस्त की प्राप्त बिल पर्ची दर्शाती है। इस तरह से पीड़ित व्यक्ति ने टोटल 40220 रुपये फाइनेंस कंपनी को दिया। अचानक एक दिन जब पीड़ित अपनी गाड़ी सर्विसिंग हेतु एजेंसी ले गया तो उसकी गाड़ी को जबरदस्ती एजेंसी मालिक ने अपने कब्जे में कर लिया। और 17 फ़रवरी 2016 को एक नोटिस के माध्यम से पीड़ित व्यक्ति को अवगत कराया की ₹56535/- रुपया बाकी है इसलिए तुम्हारी गाड़ी को कब्जे में ले लिया गया है। इस घटना की जानकारी जब पीड़ित ने सम्बंधित थाने को दी तो उसके बाद क्षेत्रीय चौकी इंचार्ज बेल्थरा रोड के द्वारा जांच करने के बाद पाया गया की उक्त व्यक्ति ने कोई क़िस्त जमा नहीं की है और एक नोटिस उक्त व्यक्ति को भेज दी गयी। पुनःइस मामले की उचित कार्यवाही और न्याय हेतु पीड़ित व्यक्ति ने एस0पी0ऑफिस जाके गुहार लगाईं और एक शिकायत पत्र के द्वारा पुरे मामले को अवगत कराया लेकिन उसे इन्साफ नहीं मिला। इस तरह का पीड़ित व्यक्ति द्वारा एजेंसी मालिक व स्थानीय थाने के ऊपर आरोप लगाया है। पुनः पीड़ित व्यक्ति ने कल दिनांक5 जुलाई 2016 को तहसील सिवस पर इस मामले को सम्बंधित अधिकारियों के सामने पेश किया जिस पर एस0पी0 बलिया मनोज कुमार झाँ द्वारा एजेंसी मालिक व एस0 ओ0 उभांव को बुलाकर फटकार लगाईं और जल्द से जल्द उचित कारवाही कर मामले का निस्तारण करने की चेतावनी दी। वही एजेंसी मालिक शादाव अंसारी का कहना है की समयानुसार क़िस्त न देने के कारण गाड़ी को रख लिया गया। पर इस पुरे मामले में एक बात मजे की है कि जब पीड़ित व्यक्ति ने गाड़ी फाइनेंस कराकर ली है तो एजेंसी मालिक द्वारा गाड़ी कब्जे में क्यों ली गयी। इस सन्दर्भ में पीड़ित व्यक्ति ने प्रेस को बताया की हमें आज तक फाइनेंस कंपनी द्वारा कोई नोटिस व फोन नही आया और नाही गाड़ी को पहुचाने व फाइनेंस कंपनी को सुपुर्द कराने को कहा गया। हमारे साथ इस तरह का व्यवहार करके हमें हमारी मानसिक व आर्थिक रूप से परेशान किया जा रहा है और आथ ही ये बजी बताया की हमारा इस तरह का कदम उठाना आगामी उपभोक्ताओं के लिए चेतावानी है जिससे की कोई भी उपभोक्ता इस तरह से गाडी लेने के बाद पूरी तरह से सतर्क रहें।