वाराणसी- मरीज बोले,काश ! डीएम साहब, रोज अस्पताल का निरीक्षण करने आते
*डीएम ने दीनदयाल अस्पताल का किया निरीक्षण,खामियां मिलने पर लगाई फटकार*
रिपोर्ट – प्रवीण चंद्रा
वाराणसी। जिलाधिकारी विजय किरण आनंद शुक्रवार को दीनदयाल अस्पताल का निरीक्षण किया। डीएम के अस्पताल निरीक्षण से पूर्व सूचना मिलने से अस्पताल परिसर आज बदला बदला नजर आया।जिसे देख मरीजों के मुंह से बरबस निकल पड़ा कि काश ! रोज अस्पताल का निरीक्षण करने आते डीएम साहब? अस्पताल में साफ सफाई के साथ ही सभी डॉक्टर व कर्मचारी बावर्दी मुस्तैद रहे,आज वे डॉक्टर व कर्मचारी भी दिखे जो यदाकदा ही उनकी उपस्थिति अस्पताल में रहती है।अस्पताल में सभी कमियों को दूर करने बावजुद अस्पताल में व्याप्त कमियों व शौचालयों में गन्दगी देख डीएम जताई नाराजगी।
जिलाधिकारी ने मर्चरी के पास बने रैन बसेरा के पास नास्ते की केन्टीन बनाने का सीएमएस को निर्देश दिया और ट्रामा सेंटर में उपचार व एमरजेंसी कक्ष का निरीक्षण किया।जहाँ डॉक्टरों से उन्होंने चिकित्सा में आ रही परेशानियों के बारे में पूछा।तो डॉक्टरों में ट्रामा सेंटर में न्यूरो और कार्डियो के डॉक्टरों की आवश्यकता जताई।सीएमएस एस. के. उपाध्याय ने डीएम को बताया कि शासन को लेटर भेजा गया है। लेकिन अभी किसी डॉक्टर की तैनाती की स्वीकृति नहीं मिली है।डीएम ने डॉक्टरों को OPD में कम से कम 100 मरीजों को देखने की बात कही।ट्रामा सेंटर में बंद पड़े डिजिटल एक्स रे को शीघ्र शुरू करने निर्देश दिया।सीएमएस से कहाकि अस्पताल में मरीजों के इलाज और अस्पताल की जो भी समस्या हो उसे आप 15 दिन के अंदर मुझे बताये,मैं उसका निराकरण करूँगा और अस्पताल में सीवरेज समस्या को देखते हुए हुए उन्होंने सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को तत्काल दुरुस्त करने को फोन कर बोला।इस सीवरेज समस्या के चलते शौचालय चोक कर गए है।जिससे इसकी साफसफाई ठीक से नहीं हो पाती हैं।मेडिकल और सर्जिकल वार्ड में बंद पड़े कमरों को स्टोर रूम बनाने की बात पर वे एक दो कमरों को स्टोर रूम के रूप में प्रयोग करने का निर्देश देते हुए बाकी बंद कमरों को मरीजो के लिए खोलने को कहा। इसी क्रम में डीएम आशा ज्योति केंद्र पहुंचे।जहाँ तैनात महिला कॉउंसलर की जमकर क्लास ली, और 3 महीने में सिर्फ 70 केस देख वे भड़क गए।उन्होंने पीड़ितों के मामलों को व्यवहारिक तरीके से निराकरण करने की बात कहीं,अस्पताल परिसर में ट्री गार्ड के साथ खाली जगहों पर वृक्षारोपण करने का कार्य वीडीए को सौपा।अस्पताल परिसर में एक आरओ प्लांट से हो रही परेशानी से एक नया आरओ प्लांट और लगवाने को कहा।अस्पताल को पूर्ण रूप से जनोपयोगी बनाने पर जोर दिया।और कहाकि इस अस्पताल को एक आदर्श अस्पताल के रूप में विकसित करे।साथी ही दवा कॉउंटर के हाल में मरीजों के बैठने के लिए कुर्सी बैंच लगवाने को कहा।अस्पताल परिसर में स्थित भोजनालय में पौष्टिक भोजन मरीजों को वितरित करने का निर्देश सीएमएस को दिया।लगभग दो घंटे में डीएम ने अस्पताल का कोना कोना बारीकी के साथ निरीक्षण किया।ब्लड बैंक,एक्सरे विभाग,पोषण विभाग,ओपीडी,जनरल वार्ड समेत सभी विभागों का भौगोलिक अध्ययन किया। शायद ही कोई ऐसा विभाग हो उनसे छूटा हो।प्रत्येक महीने में एक बार डीएम ने अस्पताल का निरीक्षण करने को कहा।