वाह उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग, एक ही सत्र, एक ही क्लास, एक ही विषय,एक ही प्रकाशक,एक ही लेखक और किताबे अलग अलग अध्याय की
मुहम्मद सुफियान की विशेष खोजी रिपोर्ट।
बेल्थरा रोड(बलिया)। अभी तक तो आपने ये देखा की प्राथमिक विद्यालयों पर नियुक्त अध्यापक कितने ज्ञानवान है जिन्हें सामान्य ज्ञान के साथ साथ अंग्रेजी पता नहीं है।लेकिन एक और वाक्या से हम आपको रूबरू करवा रहे हैं की केवल प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापक ही नहीं बल्कि शिक्षा विभाग ही शिक्षा को मजाक बना के रख दिया है।
जिस किताबों को पढ़कर बच्चे अपने भविष्य को संवारने का प्रयास करते है उसी किताबो के रचयिता या प्रिंटर्स भी बच्चों के भविष्य के साथ खेलवाड़ करने का बखूबी कार्य कर रहे है।ऐसा ही वाक्य देखने को आज बलिया जनपद के शिक्षा क्षेत्र बेल्थरा रोड का मिला है जिसे हमारे संवाददाता मो0 सूफियान ने अपने कैमरे में कैद कर दुनिया को दिखाने का काम किया है।आपको बता दें की एक ही प्रकाशन और एक ही कक्षा-9 की संस्कृत विषय की दो किताबे है लेकिन अलग अलग प्रिंट की गयी है अब ये समझ में नहीं आरहा है की प्रिंटर्स की गलती मानी जायेगी या विभागीय।इस सन्दर्भ में जब PNN24 न्यूज़ संवाददाता मो0सुफियान ने स्कूल प्रधानाचार्य से बात की तो उन्होंने बताया की एक ही विषय की दो किताबे हमें पढ़ाने में और समझाने में काफी दिक्कते हो रही है और बच्चों से बातचीत में बच्चों ने कहा की एक ही विषय की दो किताबे हम सब विद्यार्थियों को पढ़ने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है कभी कभी हम सभी बच्चे एक दूसरे से सहायता ले लेते है और अपना छूटा हुआ होम वर्क पूरा कर लेते है लेकिन किताबों में मिस प्रिंट होने की वजह से काफी समस्या हमें हो रही है।