जिन हाथों पर बाँधी राखी उन्ही हाथों ने काट दिया उसको कुल्हाड़ी से
नीरेंद्र यादव
कौशाम्बी। एक बहन अपने भाइयो की कलाई पर राखी बांधती है और भाई वचन देता है कि वह आजीवन उसकी रक्षा करेगा। कभी सुबहति देवी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उसके भाई जिनकी कलाइयों पर वह बचपन से राखी बांधती आ रही है वही भाई के हाथ उसका कत्ल करने को उठ जाएंगे। जिस भाई ने उसको आजीवन रक्षा करने की कसम खाई, वही भाई उसका जीवन ले लेगा।
जिले के गम्भीरा पूरब गांव में एक महिला को उसके भाइयों ने कुल्हाड़ी से काट डाला। दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम देने के बाद हत्यारोपी भाई फरार हो गए। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद से घर में कोहराम मचा है।
गम्भीरा पूराब निवासी बैजनाथ अपने बेटे सुरेंद्र के साथ फतेहपुर में रहता है। घर पर उसकी पत्नी सुबिहती देवी (40) और 11 वर्षीय बेटी पूजा थी। पूजा ने पुलिस को बताया कि शनिवार शाम वह मवेशियों के लिए चारा लेने चली गई थी। इसी बीच पइंसा के तेरहरा निवासी उसके मामा सुरेश और नरेश आए और सुबिहती को कुल्हाड़ी से काट डाला। वापस लौटने पर घर पर पड़ी खून से लथपथ लाश देख उसकी चीख पड़ी।