वाह, चोर मचाये शोर, शिकायत कर्ता ही गांव के विकास में निकला बाधक
संजय ठाकुर,
नरेगा की जांच की मांग करने वाले ने जांचकर्ता को कमरे में बैठ कर जांच करने को कहा
नरेगा की जांच की मांग करने वाले ने जांचकर्ता को कमरे में बैठ कर जांच करने को कहा
मामला मऊ जनपद के विकास खंड फतेहपुर मंडाव अंतर्गत पहाङीपुर खिरिया गांव से संबंधित है। हुआ यह था कि उक्त गांव के निवासी सुदामा निराला ( जो दो पंचवर्षीय गांव का प्रधान रह चुका है ) ने पूर्व प्रधान व वर्तमान ग्राम प्रधान के उपर नरेगा कार्य से लाखों रुपये का गबन का आरोप लगाते हुए जांच कराने की मांग की थी। जिसके फलस्वरूप जांच करने पहुंचे एपीओ मऊ विनय एडीओ पंचायत फतेहपुर मंडाव पहाङीपुर खिरिया गांव में जांच करने पहुंचे तो वहां पूरा मामला ही उलटा निकला। जांच में पाया गया कि शिकायतकर्ता सुदामा की मांग नाजायज है और वहां मुख्य बात निकालकर सामने आई कि शिकायतकर्ता वर्तमान ग्राम प्रधान से कमीशन की मांग करता था और प्रताङित करता था कि अगर तुम मुझे कमीशन नहीं दोगे तो मैं तुम्हारे खिलाफ जांच करा दूंगा।
जांच अधिकारियों ने जब गाँव के नरेगा कर्मियों और गांव के लोगों को प्राथमिक विद्यालय पहाङीपुर के पास इकट्ठा करके पूछताछ की तो वहां शिकायतकर्ता की मांग नाजायज निकली। जब मौके पर शिकायतकर्ता सुदामा को बुलाया गया तो वह जांच अधिकारी पर ही भङक गया और कहने लगा कि तुमको जब जांच के लिए भेजा गया तो तुम मेरे घर आकर मुझसे क्यों नहीं मिले, तुम मेरे पास आकर कमरे में बैठकर हमसे बात करते तब हम बताते की जांच कैसे करनी है। तुम्हारी जांच मैं नहीं मानता हूँ मैं दूबारा जांच करा लूंगा।
जब जांच अधिकारियों ने गांव में जाकर देखा तो गांव की स्थिति ही दयनीय दिखी, ग्रामीणों और ग्राम प्रधान से पूछे जाने पर पता चला कि सुदामा के सामने बने खङंजे के साथ साथ पानी निकासी के लिए नाली बनी है जिसे सुदामा ने अपनी दबंगई के बल पर पाट दिया है जिससे बस्ती के लोग अपने दरवाजे के सामने खङंजे पर नाबदान बहाने को मजबूर हैं और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सुदामा एससी/एसटी का डर दिखाकर गांव के लोगों को प्रताङित करता है।