मोबाइल फोन से फ्राड कॉल करने वाले अंर्तप्रांतीय गिरोह के चार सदस्य चढ़े पुलिस के गिरफ्त में.
जिसमे आपको एयरटेल कंपनी द्वारा दो लाख 51 हजार व एक पल्सर बाइक दिया जायेगा। प्रदीप ने लालच में आकर 76 हजार 900 रुपये तीन किस्तों में ठगों के खाते में ट्रांसफर कर दिया। जब पैसा ठगों के हाथ लग गया तो प्रदीप को लगा कि उसके साथ ठगी हुई है। वह मां-बाप के डर से घर छोड़कर फरार हो गया। जंगीपुर थाने में प्रदीप के पिता ने गुमशुदगी का मामला दर्ज करा दिया। 10 दिनों के बाद प्रदीप को जंगीपुर पुलिस ने पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपने साथ घटी घटना का बयान विस्तार से पुलिस के समक्ष दे दिया। रविवार को ठगों ने प्रदीप के मोबाइल पर फोन किया कि अन्य कागजात व पैसे की मांग करने लगे। इसकी सूचना प्रदीप ने जंगीपुर एसओ को दे दिया। पुलिस द्वारा जाल बिछाया गया। प्रदीप ने कागज व पैसा देने के लिए देवकठियां पुल के पास ठगों को बुलाया। वादे के मुताबिक प्रदीप पुल पर पहुंचकर ठगों से बातचीत करने लगा। इसी बीच चारों अभियुक्त पुलिस के बिछाये गये जाल में फंस गये। पकड़े गये चारों अभियुक्त कानपुर जिले के घाटमपुर थाना क्षेत्र के लीलादासपुर गिरसी निवासी सालू चौहान पुत्र प्रताप सिंह चौहान, लालजी चौहान उर्फ मोनू पुत्र अमर सिंह चौहान, योगेंद्र चौहान पुत्र हुकुम सिंह चौहान निवासी दुर्गा देवी, राजकुमार चौहान पुत्र छेदा सिंह चौहान है। इनके पास से बारह मोबाइल सेट, 15 हजार नकद बरामद हुआ। टीम में सर्विलांस प्रभारी तेजबहादुर सिंह, जंगीपुर थानाध्यक्ष दिनेश चंद्र, एसआई शैलेश यादव, श्रीप्रकाश शुक्ला, अमित कुमार मिश्रा, सुधीर राय, रामप्रताप सिंह, धनंजय सिंह, दिनेश यादव आदि थे। पुलिस अधीक्षक ने टीम को प्रोत्साहनस्वरूप पांच हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।