बाढ़ राहत कार्य में संवेदनहीन हो गयी है भाजपा-बसपा- डा. समीर सिंह
जनपद में करंडा, सदर, जमानियां, मुहम्मदाबाद व सैदपुर का काफी इलाका बाढ़ग्रस्त था। ऐसे में इन क्षेत्रों में सांसद द्वारा कोई भी सकारात्मक राहत के कदम न उठाना बहुत ही दुख की बात है। उन्होने कहा कि बाढ़ का पानी उतरने से क्षेत्रों में काफी बीमारी फैलने की आशंका है। ऐसे में भारत सरकार की तरफ से बाढ़ पीडि़तों के लिए दवाईयां, चिकित्सक आदि की व्यवस्था करानी चाहिए थी। श्री सिंह ने कहा कि जब से सिन्हा जी के पास दूरसंचार विभाग आया है तब से जनपदवासियों को बड़ी अपेक्षा थी कि अब उन्हे काल ड्राप, नेटवर्क गायब हो जाना तथा इंटरनेट की अच्छी सुविधा मिलेगी। लेकिन कई माह बीत गये इसके बावजूद वह समस्या घटने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। उन्होने कहा कि जिन मतदाताओं ने उन्हे जिताकर मंत्री बनवाया है उनके दुख की घड़ी में मंत्री जी अवश्य दर्शन दें। उन्होने कहा कि भाजपा के लोग गाय को माता कहते है लेकिन जब माता विपत्ति में है और बाढ़ में डूब रही है ऐसे में कोई गौ रक्षक व भाजपा नेता गौ माता को बचाने सामने नही आया है। डा. समीर सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावाती की मंडलीय रैली के आलोचना करते हुए कहा कि बाढ़ जैसी दैवीय आपदा के समय रैली कराकर उन्होने अपने अमानवीय व्यवहार का परिचय दिया है। यही नही उन्होने अपने संबोधन में बाढ़ पीडि़तों के लिए संवेदना भी व्यक्त नही किया। जबकि इस बाढ़ में सबसे ज्यादे प्रभावित दलित वर्ग के लोग हुए हैं। (खबर सूत्रों से)