बोले डीएम, मस्तिष्क ज्वर के नियंत्रण को जागरूकता जरूरी
अखिलेश सैनी
बलिया। जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने मस्तिष्क ज्वर (जापानी इन्सेफेलाइटिस)/ एईएस बीमारी के प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम के उपाय करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। उन्होंने इसके लिए लोगों में जागरूकता पैदा करने को कहा। अधिकारियों को इस रोग एवं इससे सुरक्षा के उपायों के बारे में इन्टरनेट आदि के जरिये अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करके लोगों को बताने को कहा। शिक्षा, पंचायत, आईसीडीएस, स्वास्थ्य विभाग की भूमिका बताते हुए कहा कि अपनी बैठकों में इन विभागों के अधिकारी इस रोग के बारे में जरूर चर्चा करे।
कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल आपूर्ति एवं स्वच्छता कार्यक्रम योजना के अन्तर्गत जेई/एईएस के प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम के सम्बन्ध में आयोजित जनपद स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला में कहा कि गांव-गांव और शहर में साफ-सफाई कीटनाशक दवा का छिडकाव किया जाय। सीएमओ डॉ. पीके सिंह ने जैपनीज इन्सेफेलाइटिस (दिमागी बुखार) के बारे में बताया कि यह बीमारी मच्छर के काटने एवं दूषित पेयजल के कारण होती है। दिमागी बुखार के लक्षण संक्रमित मच्छर के काटने के 6 से 8 दिनों के बाद दिखाई देता है। बुखार होने पर रोगी के माथे पर ठण्डे पानी की पटटी रखे तथा बुखार की दवा पैरासीटामाल दे तथा उपचार में देरी न करे। कार्यशाला में प्रभारी सीडीओ सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारीगण मौजूद थे।