बलिया आंचलिक समाचार अखिलेश सैनी के साथ
चोरों ने पार किया नगदी समेत लाखों के आभूषण
बलिया। रसड़ा कोतवाली थाना क्षेत्र के कोटवारी गांव में चोरों ने एक विधवा के बंद मकान का ताला तोड़कर उसमें रखे हजारों रूपये नगदी के साथ ही लाखों के गहनों पर हाथ साफ कर दिया। घटना की जानकारी अगले दिन शाम को उस समय हुई जब मकान की स्वामिनी अपने मायके से लौटी।
दरवाजे में दूसरा ताला लगा देख उसके होश उड़ गये। मामले की सूचना पीड़िता ने पुलिस को दे दी है। गांव की सुमित्रा साहू पत्नी स्व़ लक्ष्मण साहू अपने बच्चियों के साथ मायके चली गयी थी। इसी बीच चोरों ने अच्छा मौका देख मकान का ताला चटकाकर चोरी की घटना को अंजाम दिया। पीड़िता की मानें तो घर से चोर 15 हजार नगदी के साथ बेटियों की शादी में देने के लिये बनवाकर रखी 10 सोने की अंगूठी तथा आधा किलो चांदी के जेवरातों उठा ले गये। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
दो बाइकों के साथ दो बदमाश गिरफ्तार
बलिया। बैरिया पुलिस ने बाइक लूटेरों को दो बाइकों को बिहार में बेचने जाते समय मुखबीर की सूचना पर रविवार को गिरफ्तार कर लिया चौकी प्रभारी बैरिया विजय प्रकाश सिंह ने एनएच-31 पर जिन बाबा स्थान से दो बाइक बरामद करते हुए दो लूटेरों को हिरासत में ले लिया और उन्हें संबंधित धाराओं में पाबंद कर जेल भेज दिया।
पुलिस ने बताया कि सात अक्टूबर को रात आठ बजे दलपतिपुर चट्टी से रेवती थाना क्षेत्र के नवका गांव निवासी सुरेन्द्र प्रसाद की यूपी 60 आर 8418 बाइक की लूट हुई थी। वहीं, 23/24 अक्टूबर क की रात बैरिया निवासी पप्पू गुप्त की बाइक यूपी 60 जेड 8049 की लूट हुई थी। इसका मुकदमा पंजीकृत था। पूछताछ में पकड़े गये लोगों ने अपना नाम बैरिया निवासी रामलखन उर्फ भुअर पासवान पुत्र सुरेन्द्र एवं धोबही हरिजन बस्ती, बैरिया निवासी जितेन्द्र राम पुत्र हीराचन्द्र बताया।
चूल्हे की चिंगारी से चार मड़हे राख
बलिया। हल्दी थाना क्षेत्र के भरखोखा बादिलपुर गांव में रविवार को अचानक चूल्हे से निकली चिन्गारी ने चार परिवारों की झोपड़ियों समेत उसमें रखा हजारों का सामान जलकर राख हो गया। ग्रामीणों ने काफी प्रयास के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि कुछ समय बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आग पर काबू पाया जा सका था।
भरखोखा के रमाकांत यादव पुत्र स्व. कुलदीप यादव के घर से निकली चूल्हे की चिंगारी से झोपड़ी में आग लग गयी। जब तक लोग कुछ समझ पाते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और देखते ही देखते लक्ष्मण यादव पुत्र स्व. कुलदीप यादव, बलराम यादव पुत्र सीताराम यादव, परशुराम यादव पुत्र सीताराम यादव की झोपड़ी तथा उसमें रखा सामान एवं नगदी जलकर राख हो गया। आग में लक्ष्मण यादव की एक बकरी का बच्चा भी जलकर मर गया।