बलिया आंचलिक समाचार अखिलेश सैनी के द्वारा
एससी कालेज में बवाल, 06 छात्र गिरफ्तार
बलिया। 17 अक्टूबर को होने वाले छात्रसंघ चुनाव की पर्चा वापसी के दौरान शनिवार को एससी कालेज परिसर में दो प्रत्याशियों के समर्थकों में जमकर मारपीट हुई। इसमें एक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं, पुलिस ने आधा दर्जन छात्रों को गिरफ्तार कर चालान कर दिया।
एससी कालेज में छात्रसंघ के दो प्रत्याशियों के समर्थक कालेज परिसर में पहुंच गये। एक गुट कमरा नंबर-एक में बैठक करने लगा। इसी बीच दूसरे गुट के छात्र भी कमरे में पहुंच गये। किसी बात को लेकर दोनो गुटों में कहासुनी हो गई और देखते ही देखते मारपीट होने लगी। मारपीट होने से कालेज में भगदड़ मच गई। बवाल के दौरान छात्रों ने कालेज के टेबल को भी तोड़ दिया। जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और बवाल कर रहे छात्रों पर लाठी बरसाने लगी। पुलिस ने आधा दर्जन छात्रों को पकड़कर कोतवाली भेज दिया। घायल आलोक सिंह को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। बताया जाता है कि छात्रसंघ के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मयंक चौबे एवं विकास दूबे के समर्थक किसी एक प्रत्याशी का पर्चा वापसी के लिए गये थे। इसी बीच दूसरे पक्ष के समर्थक आपत्ति दर्ज करते हुए बवाल पर उतर आये। मामले को गंभीरता से लेते हुए कालेज प्रशासन ने पुलिस से शांति व्यवस्था की अपील की। कालेज प्रशासन ने बताया कि कालेज बंद था और पर्चा वापसी की प्रक्रिया चल रही थी। इसके बाद भी छात्र क्लास में घुसकर मारपीट पर उतारू हो गये।
एससी कालेज में छात्रसंघ के दो प्रत्याशियों के समर्थक कालेज परिसर में पहुंच गये। एक गुट कमरा नंबर-एक में बैठक करने लगा। इसी बीच दूसरे गुट के छात्र भी कमरे में पहुंच गये। किसी बात को लेकर दोनो गुटों में कहासुनी हो गई और देखते ही देखते मारपीट होने लगी। मारपीट होने से कालेज में भगदड़ मच गई। बवाल के दौरान छात्रों ने कालेज के टेबल को भी तोड़ दिया। जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और बवाल कर रहे छात्रों पर लाठी बरसाने लगी। पुलिस ने आधा दर्जन छात्रों को पकड़कर कोतवाली भेज दिया। घायल आलोक सिंह को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। बताया जाता है कि छात्रसंघ के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मयंक चौबे एवं विकास दूबे के समर्थक किसी एक प्रत्याशी का पर्चा वापसी के लिए गये थे। इसी बीच दूसरे पक्ष के समर्थक आपत्ति दर्ज करते हुए बवाल पर उतर आये। मामले को गंभीरता से लेते हुए कालेज प्रशासन ने पुलिस से शांति व्यवस्था की अपील की। कालेज प्रशासन ने बताया कि कालेज बंद था और पर्चा वापसी की प्रक्रिया चल रही थी। इसके बाद भी छात्र क्लास में घुसकर मारपीट पर उतारू हो गये।
भाजपा ने फूंका राहुल गांधी का पुतला
बलिया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने देश के सैनिकों के शौर्य एवं पराक्रम का अपमान करने पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का प्रतीकात्मक पुतला टीडी कालेज चौराहा पर फूंककर आक्रोश व्यक्त किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की। जिलाध्यक्ष विनोद शंकर दूबे ने कहा कि राहुल गांधी अपरिपक्व बयान से देशवासी काफी आहत एवं आक्रोशित है। फेफना विधायक उपेन्द्र तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी का बयान मानसिक दिवालियापन की पराकाष्ठा की हद पार कर गया है। देवेन्द्र यादव, संजय मिश्र, विजय गुप्त, जयप्रकाश साहू, मनोज श्रीवास्तव,अवधेश पाण्डेय, राकेश चौबे भोला, टुनटुन उपाध्याय,राजेश सिंह, मायाशंकर राय, संतोष पाण्डेय, मनोज राम,कामेश्वर तिवारी, विजय बहादुर सिंह, लक्ष्मण सिंह, पप्पू पाण्डेय, पियूष चौबे, संजीव कुमार डम्पू, राजेन्द्र गुप्त,अभय वर्मा, विजयप्रकाश वर्मा, अनूप सिंह, अभिषेक कसेरा, नंदलाल सिंह मौजूद रहे।
‘प्रभु’ ने पूरी की मुराद
रेवती, बलिया। क्षेत्रवासियों को उस समय खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब छुक-छुक करती सारनाथ एक्सप्रेस स्थानीय रेलवे स्टेशन पर खड़ी हुई। होना लाजमी भी था, क्योंकि 14 वर्षो का संघर्ष आधा ही सही पूरा होता दिख रहा था। फिर ट्रेन को सलेमपुर सांसद रविन्द्र कुशवाहा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सांसद ने कहा कि चुनाव से पूर्व सारनाथ एक्सप्रेस के ठहराव का वादा स्थानीय जनता से किया था, जो आज पूरा कर दिया। सांसद ने स्टेशन को डी श्रेणी में परिवर्तन तथा बलिया-सियालदह एक्सप्रेस के ठहराव का भीआश्वासन दिया। इससे पूर्व ट्रेन के पहुंचते ही सांसद तथा केतकी सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने ट्रेन चालक श्रीप्रकाश एवं रजनी कान्त वर्मा का स्वागत किया। स्टेशन मास्टर बलदाऊ जी ने बताया कि सारनाथ अप एवं डाउन दोनों का ठहराव सुनिश्चित हुआ है। ठहराव के पहले दिन30 यात्रियों ने टिकट खरीदा। टिकट खरीदने वाले यात्री रेवती के सुनील श्रीवास्तव एवं कुआंपीपर निवासी छात्र नितीश सिंह के चेहरे पर सकून भरी मुस्कान थी। रेल रोको संघर्ष समिति के बैनर तले 28 जुलाई 2004 को स्थानीय स्टेशन के पूर्वी पैनल के समीप आन्दोलनकारियों ने सारनाथ एक्सप्रेस को करीब 3 घण्टे रोककर आन्दोलन का आगाज किया था। मांग पूरी नहीं होने पर 31 अगस्त2004 को संघर्ष समिति ने 13 घण्टे रेल चक्का जाम किया। पुन: 31 अक्टूबर धरना का निर्णय हुआ, लेकिन धरना से पहले संघर्ष समिति के संयोजक लक्ष्मण पाण्डेय तथा मुन्नु कुंवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दोनों पर 14 लाख के राजस्व हानि का दावा रेलवे द्वारा किया गया। 28 सितम्बर 2005 को सांकेतिक धरना हुआ। 02 अक्टूबर को महाधरना हुआ। 13 बार धरना एवं54 बार रेल मंत्रालय को ज्ञापन सौंपने के बाद शुक्रवार को इलाकाईयों को सफलता मिली। भासपा नेता संजय सिंह,नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अजय शंकर पाण्डेय कनक, कौशल सिंह, विजय प्रताप सिंह, लक्ष्मण पाण्डेय,मुन्नु कुंवर, अनिल पाण्डेय, ओंकार ओझा, भोला ओझा मौजूद रहे।
दस हज़ार बसपा कार्यकर्ता लखनऊ रवाना हुवे
बलिया रसड़ा बसपा के संस्थापक कांशी राम के दसवे परिनिवारण दिवस पर रसड़ा विधायक उमाशंकर सिंह ने रसड़ा रेलवे स्टेशन से रसड़ा विधान सभा क्षेत्र के दस हजार बसपा कार्यकर्ता लखनऊ रैली मे जाने के लिए रेलवे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया इस मौके पर विधायक उमाशंकर सिंह के कहा कि दलित के मसीहा मान्यवर काशी राम इस दुनिया मे नही है पर इनके द्वारा बताए रास्ते पर चल के समाज को नई दिशा दी जा सकती है संविधान के साथ जो दलित को अधिकार लड़ कर दिलवाया है लखनऊ चलकर बहन मायावती का हाथों को मजबूत करना है और आने वाले विधानसभा में मुंह तोड़ जवाब देना है मान्यवर कांशी राम साहब दलितों के लिए हमेशा संघर्ष किए हैं आज उन्हीं का दिन है कि समाज में सिर उठा कर चलने का मौका मिला है आने वाले चुनावों में विरोधियों से सावधान रहना है इस मौके पर सतीश सिंह नथुनी सिंह सचिंद्र सिंह पप्पू पांडे जब्बार अंसारी सत नारायण यादव भूपेंद्र सिंह बबलू सिंह संतोष पाण्डेय आदि लोग मौजूद रहे हैं