दोहरी हत्या काण्ड का खुलासा व हत्या के अभियुक्तगण एवं उनके शरणदाता गिरफ्तार
हत्या में इस्तेमाल हुआ असलहा व मोटरसाईकिल भी बरामद
संजय ठाकुर
मऊ :07.10.2016 को नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत भीटी चैराहे स्थित बैटरी की दुकान में घुसकर दुकान के मालिक रामानन्द सिंह एवं बगल के रालको टायर एजंसी के मालिक अखिलेश राय को गोली मार दी गयी थी जिसमें अखिलेश राय की मौके पर ही मृत्यु हो गयी थी तथा घायल रामानन्द सिह की ईलाज के दौरान ट्रामा सेंटर बीएचयू वाराणसी में मृत्यु हो गयी थी। इस सम्बन्ध में नगर कोतवाली में मु0अ0सं0 1822/16 धारा 302 भादवि पंजीकृत हुआ था।
सनसनीखेज दोहरे हत्याकाण्ड की गम्भीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीणा ने स्वाट व सर्विलांस टीम एवं थाना कोतवाली नगर पुलिस को घटना के शीघ्र खुलाशा हेतु निर्देष दिया गया।
उक्त प्रकरण में उपरोक्त टीमों द्वारा वैज्ञानिक पद्धतियों का प्रयोग करते हुये घटना में शामिल अभियुक्तों एवं अभियुक्तों द्वारा प्रयोग किये गये छिपने के स्थानों पर निरन्तर कार्यवाही करते हुये गिरफ्तारी करने प्रयास में लगी थी कि आज दिनांक 24.10.2016 को प्रातः दूसरे जनपद में भागने की फिराक में रेलवे स्टेशन मऊ के निकट मौजूद घटना के मुख्य अभियुक्तगण एवं उनके शरणदाताओं के एकत्रित होने की सूचना पर स्वाट टीम एवं कोतवाल नगर पुलिस द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुये साहसिक ढंग से घेराबन्दी कर घटना के मुख्य अभियुक्त अरविन्द दूबे व संदीप राजभर को घटना में प्रयुक्त पिस्टल एवं जिंदा कारतूसों व घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकिल के साथ एवं उनके चार शरणदाताओं को मौके से गिरफ्तार करने में सफल रही।
गिरफ्तार अभियुक्त
अरविन्द दूबे पुत्र उमाशंकर दूबे निवासी खालसा कानून ग्वानचक थाना कोतवाली मऊ (मूल निवासी खलीलपुर थाना रानीपुर मऊ)।
संदीप राजभर पुत्र मीरचन्द निवासी चैनपुर थाना रानीपुर मऊ।
गिरफ्तार शरणदाता
श्याम सुन्दर पुत्र श्यामलाल निवासी ब्राह्मणपुरा थाना रानीपुर मऊ।
मन्ना राजभर पुत्र स्व0 सत्यदेव निवासी बेदौली थाना मरदह जनपद गाजीपुर।
गोवर्धन यादव पुत्र स्व0 महादेव निवासी मुड़ियारी थाना भुड़कुड़ा गाजीपुर।
6. विरेन्द्र यादव पुत्र बेचन निवासी कौला जखनिया थाना भुड़कुड़ा गाजीपुर।
वांछित अभियुक्त
जयप्रकाश पाण्डेय पुत्र स्व0 प्रेमशंकर निवासी विशुनपुरा थाना बिरनों जनपद गाजीपुर।
हरेराम पुत्र कृष्णानन्द दूबे निवासी हाजीपुर थाना बरेसर जनपद गाजीपुर।
बरामदगी
एक अदद पिस्टल 32 बोर।
दो अदद जिन्दा कारतूस।
टीवीएस स्पोर्ट मो0साईकिल यू0पी 54 एफ 3805।
पूछताछ में अरविन्द दूबे ने बताया कि मेरे भाई विशाल दूबे की एक वर्ष पूर्व एक्सीडेंन्ट में मृत्यु हो गयी थी किन्तु मैं जानता था कि रामानन्द सिंह ने पूर्व में विवाद के चलते मेरे भाई की हत्या कराई है। अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए मैं निरन्तर प्रयासरत था। 07.10.2016 को संदीप राजभर के साथ रामानन्द की दुकान में आया, संदीप राजभर मेरी मोटरसाईकिल लेकर अंधेरे में भागने के लिए मो0साईकिल के साथ तैयार खड़ा था। रामानन्द की दुकान में घुसकर मैने रामानन्द को गोली मार दी, वापस लौट रहा था तो अखिलेश राय ने मुझे पकड़ने का प्रयास किया तो मैने अखिलेश राय को भी गोली मार दी, फिर बाहर निकलकर संदीप राजभर के साथ मोटरसाईकिल पर बैठकर फरार हो गया, घटना के समय जो मेरे पास पिस्टल थी वह पुलिस ने पकड़ ली और जो पिस्टल मैने संदीप राजभर को दी थी उसे मैने गाजीपुर में जयप्रकाश पाण्डेय एवं हरेराम को दी थी, पुलिस से बचने के लिये गाजीपुर और मऊ में जहां भी हम शरण लेते सादे कपड़े में पुलिस पहुंच जाती थी, पुलिस से बचने के लिये ही मऊ स्टेशन के पास हम लोग इकठ्ठा हुये थे तथा हमारी योजना गोरखपुर की तरफ भागने की थी किन्तु सफल नही हो सके। इस महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील अभियोग के शीघ्र अनावरण हेतु पुलिस अधीक्षक मऊ द्वारा पुलिस टीम को 5000 रुपये नगद की धनराशि से पुरस्कृत किया गया है।