कक्षा 9 के छात्र ने बनाया लकड़ी कि कार
मो आफताब फारूकी
इलाहाबाद। नैनी की सड़क पर शनिवार को लकड़ी की कार निकली जिससे देखने वालो की भीड़ लग गई। लोगो ने कार बनाने वाले छात्र को बधाई दी.सभी उसकी इस नैसर्गिक क्षमता कि भूरी भूरी प्रशंसा कर रहे है. मात्र 13 साल के इस छात्र कि इस उपलब्धी पर उसके शिक्षक भी खुद को गौरान्वित महसूस कर रहे है.
बता दें कि नैनी क्षेत्र के अरैल निवासी मो. अकरम पुत्र इरशाद ने पन्द्रह अगस्त को लकड़ी की कार बनाई थी। लकड़ी की कार का नाम 1947 रखा है। अकरम अपने ही क्षेत्र के एक नीजी स्कूल में नौवी का छात्र है अकरम ने बताया कि इस कार को बनाने में एक साल लग गया। कार का इंजन स्कूटर का है, पेट्रोल से चलती है, दो सीटर और कार का एवरेज 35 किलोमीटर प्रति लीटर है। उसने बताया कि कार को बनाने में लगभग 80 हजार रूपये खर्च हुआ जिसे उसके पिता मोहम्मद इरशाद ने दिया है लकड़ी की कार तैयार करने के बाद अकरम व उसके पिता इरशाद ने शनिवार को अरैल, काटल मिल तिराहा, शंकरढाल, सब्जी मंडी, युनाइटेड कालेज, डेरी मोड़, मेवालाल की बगिया स्टेशन रोड, सरगम व नई बाजार होते हुये इलाहाबाद की सड़को पर घुमाया। अकरमा के पिता ने बताया कि लकड़ी का कार बनाने में उन्होंने बेटे को मात्र लकड़ी मुहैया कराई लेकिन कार अकेले अकरम ने डिजाइन की। अकरमा अपने पिता के साथ कभी-कभी नैनी के सड़क पर ट्रायल किया करता है। इस उपलब्धी पर अकरम के पिता और उसके भाई दिलशाद सहित उसके स्कूल के अध्यापको में भी ख़ुशी कि लहर है.
मौहम्मद अकरम को बहुत बहुत बधाई।
Very nice good