सेना की सफलता में इसरो का भी योगदान
इब्ने हसन जैदी
एलओसी पर इंडियन आर्मी की सर्जिकल स्ट्राइक को सफल बनाने में इसरो ने मदद की। यह पहला अभियान था, जिसमें इसरो की खास सेटेलाइट ‘कार्टोसेट’ का इस्तेमाल किया गया। कार्टोसेट की मदद से इंडियन आर्मी को सर्जिकल स्ट्राइक के लिए खासी मदद मिली। मसलन, सेटेलाइट से मिली हाई रेसोल्यूशन तस्वीरों से हमले की जगह को पहचानने में मदद मिली।
हालांकि सेना और इसरो की ओर से इस बारे में कोई खुलासा नहीं किया गया। लेकिन खबरें हैं कि इसरो ने ही 29 सितंबर को सेना को पीओके में उन इलाकों की तस्वीरें भेजीं, जहां आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
कार्टोसेट को भारत की ‘आई इन द स्काई’ कहा जाता है। कार्टोसेट ने सेना को उसकी मनचाही जगहों की तस्वीरें उपलब्ध कराईं। यह सेटेलाइट सेना के सर्विलांस की तरह काम कर रही है। इससे निगरानी रखने में खासी मदद मिलती है। हैदराबाद स्थित नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर के मुताबिक कार्टोसेट सेटेलाइट से मिली तस्वीरों का इस्तेमाल भारतीय सेना करती रही है। इस सेटेलाइट से ली गई तस्वीरें काफी स्पष्ट होती है।