अंजुमन-ए-अकबारिया की सरपरस्ती में निकला 28 सफर का जुलूस
जुलूस के दौरान आबिद हुसैन मुच्छन के आवास वा परवेज मेंहदी खान के चैक पर मौलाना सै मोहम्मद अब्बास साहब ने मजलिस को खिताब किया वा जुलूस के अंत में मौलाना जर्रार हुसैन साहब ने तकरीर को खिताब करते हुए कहा की आज की तारीख में मुसलमानों के आखिरी रसूल हजरत मोहम्मद मुस्तफा सअ व रसूल के नवासे शीयो के दूसरे इमाम हजरत इमाम हसन अस की शहादत हुई थी। आज की तारीख मे पूरी दुनिया मे नाना नवासे का गम मनाया जाता है। जुलूस के दौराना मुम्बई से आए हुए नन्हे नौहाख्वा अरहम अब्बास ने नौहाख्वानी की व आबिद हुसैन, रजा अनवर, आमिर, चंदन, डेविड आदि ने अपने मकसूस अंदाज मे नौहाख्वानी की व अंजुमन अकबरिया ने सीना जनी कर अपने खून को बहाकर खिराजेअकीदत पेश किया। जुलूस के दौरान मुमताज हुसैन कमर अकबरपुरी, मेहदी रजा, कल्बे आबिद, रजा अनवर, हसन अब्बास अरबी, सिरताज हुसैन राजा, यासिर हुसैन, शीबू रिजवी, राहिब, काशिफ,अज्मी आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।