मथुरा: अंतर्राज्यीय पारस गैंग का सरगना विनोद दादा अपने 5 साथियों सहित गिरफ्तार

पैसे के लिए अपरहरण, लूट और हत्या जैसी वारदातों को अंजाम देने के लिए सक्रीय था गैंग

(रवि पाल)
मथुरा। कोतवाली पुलिस व स्वाट टीम ने संयुक्त कार्यवाही में पैसे के लिए अपहरण, लूट व हत्या जैसी संगीन वारदातों को अंजाम देने वाले अन्तर्राज्यीय पारस गैंग के सरगना विनोद दादा सहित 6 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की है।
एसएसपी मोहित गुप्ता के आदेशों पर अपराध की रोकथाम को चलाये जा रहे अभियान के चलते एसपी सिटी अशोक कुमार सिंह ने निर्देशन व सीओ सिटी जगदीश चंद्र के नेतृत्व में स्वाट टीम प्रभारी हरीश वर्धन व प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर सुरेन्द्र पाल सिंह यादव सोमवार को जुबली पार्क के समीप संदिग्ध वाहन व व्यक्तियों की चैकिंग कर रहे थे। पुलिस को सफलता उस वक़्त मिली जब मुखबिर द्वारा सूचना दी गई कि कुख्यात पारस गैंग का विनोद दादा अपने साथियों सहित जुबली पार्क में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फ़िराक में खड़ा है, जिसपर कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम ने उन्हें जाकर घेर लिया। पकडे गए बदमाशों की निशानदेही पर पुलिस टीम ने धौलीप्याऊ क्षेत्र में भी छापामार कार्यवाही कर टाटा सफारी स्टोर्म कार में सवार इनके दो साथियों को भी पकडा। अभियुक्तों के कब्जे से टाटा सफारी स्टोर्म, 2 स्पलेंडर बाईक, भारी मात्रा में नशीला पदार्थ व अवैध असलहे बरामद हुए। पुलिस ने विनोद मुदगल उर्फ़ दादा पुत्र बलवीर नि० गोयला कला सदर बहादुर गढ़ जिला झज्झर हरियाणा, बबलू शुक्ला उर्फ़ सर्वेश शुक्ला नि 154/107 सालौरी इलाहाबाद, पुष्पराज पुत्र बालेश्वर सिंह नि० जमीन पटसरा बलिया, प्रभाकर सिंह पुत्र सियाराम सिंह नि० सरिया मिर्जापुर, अजीत कुमार पुत्र अमर नाथ नि० सहज़द पुर, गाजीपुर व दिलीप कुमार पुत्र जगत नारायण नि० सिहुवा डीह, इलाहाबाद को गिरफ्तार कर लिया। 
एसपी सिटी ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि अभियुक्त पारस सोनीपत गैंग के सदस्य हैं। पारस की पुलिस कस्टडी में मृत्यु हो गयी थी। जिसके बाद गैंग की कमान विनोद दादा ने संभाल ली। अपने गैंग को मज़बूत करने के लिए विनोद दादा ने सोनभद्र के बाहुबली बदमाश अविनाश यादव से मथुरा जेल में आकर हाथ मिला। उसके बाद दोनों गैंग एक होकर अपहरण, लूट, हत्या जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे थे। अब गैंग के निशाने पर मथुरा और आगरा के बड़े व्यापारी, बिल्डर्स, जनप्रतिनिधि, ठेकेदार व डॉक्टर हैं। जिन्हें ये अपना शिकार बनाने की फ़िराक में थे। हाल ही में इसी गैंग ने आगरा के सर्राफा कारोबारी धन कुमार जैन पर चौथ वसूलने के लिए जान लेवा हमला किया था। जिसमें उन्होंने अपनी गाड़ी भागकर थाने में घुसकर अपनी जान बचाई थी। अभियुक्तों का अच्छा खासा आपराधिक इतिहास भी है। विनोद दादा पर 16, प्रभाकर यादव पर 4, बबलू शुक्ला पर 7, पुष्पराज पर 6 और अजीत पर 12 मुक़दमे विभिन्न धाराओं में दर्ज हैं। पुलिस टीम की सफलता पर एसएसपी ने 5000 रु० इनाम की घोषणा की है।

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