नोट बंदी को लेकर कांगे्रस ने किया धरना प्रदर्शन, रेल हादसे की न्यायिक जांच की मांग
अनंत कुशवाहा
अम्बेडकरनगर। सोमवार को जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा केन्द्र सरकार द्वारा बंद किये गये पांच सौ व एक हजार रूपये के नोट व कानपुर के पुखरायां स्टेशन के निकट हुए सडक हादसे की न्यायिक जांच कराये जाने की मांग को लेकर कलेक्टेट परिसर के निकट जारेदार धरना प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष मेराजुद्दीन किछौछवी के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन में कांग्रेसियो ने राष्ट्रपति को संबोधित 21 सूत्रीय मांगो का ज्ञापन अपर जिलाधिकारी कार्यालय में सौपा ।
धरने को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि आठ नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पांच सौ व हजार रूपये के नोट पर पाबंदी लगा दी गयी। नोट पर पाबंदी लगाये जाने से गरीबो, किसानों के समक्ष गंभीर संकट आर्थिक आपातकाल की तरह आ खड़ा हुआ है। पूरे देश में अब तक बैंको व एटीएम के बाहर लाइन लगाये जाने से 57 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होने कहा कि अपनी काली कमाई को बदलने के लिए कतारबद्ध जनता को प्रधानमंत्री द्वारा भ्रष्टाचारी कहा जाना र्दुभाग्यपूर्ण है। वर्तमान में सहालग का समय चल रहा है जिनके घरों में शादियां है वे पैसे के लिए भटक रहे है लेकिन उनकी सुनवाई कही नहीं हो रही है। लोग अपने-अपने कार्यों को छोड़कर बैंको में लाइन लगा रहे है। उन्होने कहा कि नौकरी पेशा वाले लोगों के लिए उनके कार्यालय में ही नोट बदलने की व्यवस्था की जाये। उन्होने कहा कि 30 दिसम्बर तक टोल प्लाजा को शुल्क मुक्त रखा जाये तथा सहकारी क्रय केन्द्रो, परिवहन विभाग, चिकित्सालयों व सरकारी देने दारियों हेतु पांच सौ व हजार रूपये के नोटो को मान्य किया जाये। उन्होने कहा कि पुखरायां में इंदौर-पटना एक्सपे्रस के दुर्घटनाग्रस्त होने से जिले के तीन लोगों की मौत हुई है। इस हादसे में मृतको के परिवार वालों को कम से कम 25 लाख रूपये मुआवजा दिया जाये तथा दुर्घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश करायी जाये। केन्द्रीय रेलमंत्री को बर्खाश्त कर दोषियो को दंडित किया जाये। इस दौरान धरना प्रदर्शन में डा0 विजय शंकर तिवारी, अवधेश मिश्रा, अमित जायसवाल, बद्रीनारायण शुक्ला, गुलाम रसूल, आलोक पाठक, पन्नालाल, सुनील मिश्रा, पुष्पलता, रामजनम, मोहम्मद अनीस खां, रामकुमार पाल सहित बड़ी संख्या में अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।