वाराणसी – और ज़मीन पर उतर पड़े सभी तारे
देव दीपावली के दिन वाराणसी गंगा आरती का एक खुबसूरत नज़ारा |
अनुपम राज के साथ अज़हरुद्दीन “जावेद”
वाराणसी। पूरे दिन विश्राम के बाद जैसे ही चांदनी ने अंगडाई ली काशी के एतिहासिक घाट दीपों की रोशनी से नहा उठ, मानो आकाश से जमीन पर सितारे उतर गए हो कहीं दीपमाला सजाई गई तो कहीं दीपों की स्वास्तिक बनाई गई कार्तिक पूर्णिमा की आज के दिन काशी के 84 घाटों पर असंख्य दीप जलाकर लोगों ने अपनी आस्था प्रकट की आज के दिन सभी घाटों पर दीपों की रोशनी अपनी अलौकिक छठा बिखेर रहे थे
आतिशबाजी से पूरा आसमान रोशनी से नहा उठा 84 घाटों पर दीपों की ऐसी सजावट की गई थी कि मानो आसमान से तारे जमीन पर उतर आए हुए पूरे घाटों को रंग बिरंगे फूलों मालों एवं एक से बढ़कर एक रंगीन झालर लाइटों से भव्य सजावट की गई इस नयनाभिराम दृश्य को देखने के लिए बनारस सहित पूरा विश्व काशी घाट पर उमड़ पड़ा था आज अस्सी घाट से लेकर राजघाट तक दीपों की जगमगाहट देखने को मिली यहां पर आए लोगों ने इस भव्य नजारे को अपने कैमरों में कैद किया जैसे जैसे सूरज ढलता गया वैसे वैसे पूरा घाट दीपों की रोशनी से रोशन हो गया इस नयनाभिराम दृश्य को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो सीधे देवलोक से भगवान काशी के घाट पर उत्तर आए हो आज के दिन का काशी के लोगों की मान्यता है की स्वर्ग से सभी देवता देव दीपावली के दिन पृथ्वी पर भ्रमण करने आते हैं
आज की शाम शहीदों के नाम
काशी की विश्व प्रसिद्ध घाट दशाश्वमेध पर गंगोत्री सेवा समिति द्वारा आज की शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम आयोजित किया गया सूर ताल का गंगा के तट पर हुआ संगम आरती समाप्त होने के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू हुए जिसमें प्रसिद्ध गायक गायिका ने भजनों की ऐसी धुन सुनाई जिसमें सभी लोग बाबा विश्वनाथ की जय जयकार करने लगे शहीदों को दी गई भावभीनी भावभीनी श्रद्धांजलि आज देव दीपावली के दिन यहां पर बनाए गए इंडिया गेट से अमर जवान ज्योति अनुकृत पर कई अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में 19 भारतीय सैनिकों की स्मृति में और संत समागम में भगदड़ में हुई मौतों में मृत लोगों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।