पिनाहट, बाह के समाचार नीरज परिहार के साथ

बैंको में नही पहुचा कैश, शाम तक भटकते रहे ग्रामीण

आगरा-पिनाहट । प्रधानमंत्री द्वारा कालेधन को लेकर लिये गये बडे कैसले से देश भर में चहुओर खलबली मची हुई है। एक हजार व पॉच सौ के नोटों की बंदी के बाद बैंको में तडके छः बजे से ही हजारों की संख्या में भीड जमा हो गयी। जब तक बैंक अपने नियमित समय से खुली तब तक दो सौ मीटर तक लाइन लग गयी थी। बैंको पर उमड रही इस अपार भीड को लेकर प्रशासन के हाथ पैर कूले हुए है। पुलिस से भी दिन भर नौक झौक होती रही। महिलाए सुबह से ही बिना खाना बनाये लाइन में लगी थी। और शाम तक उनका नम्बर नही आ पाया। बरेण्डा की मीना , बासौनी की अंजली का कहना था कि सु‌बह से बच्चे भूखे है। हम लोग देर सुबह से लाइन में लगे है। घर में इतने खुले पैसे नही है कि बाजार से सब्जी और रोजमर्या का सामान ले सके। वहीं कस्बा क्षेत्र की यूको बैंक , डाकघर व पंजाब नेशनल बैंक और ग्रामीण बैंक ऑक आर्यावर्त , जिला सहकारी बैंक आदि में शाम तक पैसे बदलने के लिए नही पहुचे। जिससे लोगों को दिक्कत का सामना करना पडा। शाम तक बैरंग लौटते रहे। कस्बे की मात्र दो बैंक एस बी आई और कैनरा बैंक में ही पैसे बदले जा रहे है जहॉ सैंकडों की संख्या में दो सौ मीटर दूर तक लम्बी कतार लगी है। बैंक बंद होने के बाद बहुत से लोग वापस लौट गये। 

प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद शुरू हुआ प्लाटून पुल पर आवागमन 

आगरा-पिनाहट । पिनाहट के चम्बल नदी घाट पर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा को जोडने वाले प्लाटून पुल पर पिछले कुछ दिनों से हिस्सेदारी को लेकर विवाद खडा हुआ था। जिसके चलते पुल को हटवा दिया गया था। दोनों ओर से आवागमन ढप्प हो गया था जिससे हजारों यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पडा था। प्लाटून पुल के ठेकेदार किरन देवी की उच्चअधिकारियों की शिकायत पर देर शाम अधिकारी पिनाहट पहुचे। जिनमें तहसीलदार देवेन्द्र सिंह यादव , सीओ पिनाहट देवेन्द्र सिंह ने पहुचकर पुल को दोनों सीमाओं से जुडवाकर आवागमन शुरू करवाया।उसके बाद दोनों ओर कसे यात्री अपनी अपनी रिस्तेदारी और घर पहुच सके। 

बाजरे के गट्ठर रखने के विवाद में चले लाठी डंडे 

आगरा-पिनाहट । थाना पिढौरा क्षेत्र के गॉव विजयगढी में बीती रात करब के बंडल रखने के विवाद में जमकर लाठी डंडे चले। जिसमें एक पक्ष की दो महिलाए घायल हो गयी। जानकारी के मुताबिक विजयगढी निवासी मुन्नी लाल और मिश्री लाल के खेत में गॉव के ही राम रतन , प्रताप , पप्पू आदि ने करब के बंडल रख दिये थे। जिस पर मुन्नी लाल ने राम रतन से करब हटाने की कहा तो विवाद खडा हो गया। पहले तो गाली गलौज हुई किर लाठी डंडे चलने लगे। जिसमें मुन्नी लाल पक्ष की दो महिलाए आरती, और प्रीती घायल हो गयी। एस ओ पिढौरा जय प्रकाश पाल का कहना है कि मुन्नी लाल पक्ष की दो महिलाए घायल हुई है आरोपियों के खिलाक मुकददमा दर्ज कर लिया है घायलों का मेडीकल कराया गया है। 

खनन माकिया को जेल भेजा 

आगरा-बाह । थाना बासौनी क्षेत्र में करीब दो माह पूर्व डी एक ओ चम्बल सेन्चुरी पर खनन रोकने के दौरान जानलेवा हमला करने वाले खनन माफिया राकेश सिंह निवासी उमरैठा को शुक्रवार को बासौनी पुलिस ने गिरक्तार कर जेल भेज दिया। एस ओ बासौनी अजय किशोर के मुताबिक राकेश के खिलाक थाने में मुकददमा दर्ज था। जो कुछ महीनों से संघीन धाराओं में बांछित थे। आज उन्है जेल भेज दिया। 

इटली के बुजुर्ग दम्पत्ति ने बटेश्वर में हिन्दू र‌ीति रिवाज से रचाई शादी

 
आगरा-बाह । देवोत्थान का पर्व हिंदू सभ्यता के लिए बहुत अहम होता है। इस पर्व पर से हिन्दू परम्परा से हिन्दू धर्म में शादियां शुरू हो जाती है।इसी रीति-रिवाज पर इटली का दंपति भी फिदा हो गया। इटली से भारत घूमने आए 70 वर्षीय बुर्जुग दंपति को भारतीय परम्परा इस कदर भाई कि वो भी अपने आप को इस संस्कृति से के रंग में सराबोर होने से नहीं रोक सके। उन्होंने हिंदू रीति रिवाज से शादी की। ये शादी पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी रही।
जानकारी के अनुसार भारतीय संस्कृति पूरे विश्व में हिन्दू सभ्यता के लिए जानी जाती है। जिस संस्कृति की लोक लुभावनी रहन सहन को देखकर अब विदेशी पर्यटक भी इस सभ्यता को अपनाने से अछूते नही रहे है। विदेशों से भारत घूमने आने वाले पर्यटक हिन्दू सभ्यता के मुरीद हुए है। हिन्दू समाज की संस्कृति और परम्परा से विदेशी पर्यटक यहॉ आकर हिन्दू रीति रिवाज से अपने साथी चुन रहे है। ऐसा ही मामला एक शुक्रवार को तीर्थ बटेश्वर में देखने को मिला जहॉ विदेशी पर्यटक इटली के बहिल्ला शहर से भारत घूमने आये बुजुर्ग दम्पत्ति अरमान्डो 70वर्षीय और उनकी पत्नी रोजी 68वर्षीय जो कि आगरा में ताज महल सहित अन्य स्मारकों को देखने के लिए आये थे। शुक्रवार को वह आगरा से गाइड के साथ बाह के तीर्थ बटेश्वर में भगवान भोले नाथ के 101 प्राचीन मन्दिरों एवं भगवान नेमीनाथ की नगरी शौरीपुर के साथ पुराने बटेश्वर के प्राचीन लोक मेला को देखने के लिए यहॉ पहुचे थे। भारतीय संस्कृति से खुश होकर बुजुर्ग दम्पत्ति ने एक बार किर भगवान भोले शंकर के सामने शादी करने का कैसला लिया उसके बाद भगवान भोलेनाथ को साक्षी मानकर दोनों बुजुर्ग दम्पत्ति ने पंडित अशोक के मंत्रोउच्चारण के बीच सात केरे लिये। और हिन्दू रीति रिवाज भारतीय संस्कृति से एक दूसरे के दाम्पत्य जीवन में दुबारा से बध गये। उन्हौने भारतीय संस्कृति और सभ्यता की जमकर सराहना की।

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