मेरा एकलौता बेटा लेगा अपने बाप के मौत का बदला, पाकिस्तान को देगा जवाब – शहीद की पत्नी
अखिलेश सैनी
बलिया। जम्मू में पाकिस्तानियों से लड़ते हुए शहीद बागी धरती के लाल हरेन्द्र का शव गुरुवार की शाम पैतृक गांव पहुंचा। अपने लाल का अंतिम दर्शन करने को समूचा इलाका उमड़ पड़ा। मौजूद हर शख्स की आंखों में जहां सैलाब था, वहीं चेहरे पर पाक के खिलाफ आक्रोश की आग झलक रही थी। इस दौरान उत्साही युवकों ने पाक के खिलाफ न सिर्फ नारेबाजी किया, बल्कि वहां के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का पुतला फूंककर विरोध-प्रदर्शन भी किया। इसके साथ ही युवकों ने ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, हरेन्द्र तेरा नाम रहेगा…’ का जयघोष कर शहीद सैनिक के जज्बे को सलाम किया।
भीमपुरा थाना क्षेत्र के अब्बासपुर गांव निवासी लाल शहीद हरेन्द्र यादव (31) मंगलवार को पाक से हो रही गोलाबारी का जबाब देते समय मोर्टार से घायल हो गये थे। गुरुवार को जवान का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा। फिर क्या था, जो जहां था वही से अपने लाल का दर्शन करने को उमड़ पड़ा। देखते ही देखते दर्जनों गावों के हजारों लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी। जुटी भीड़ में शामिल हर कोई भारत मां के इस सपूत का अंतिम दर्शन करने को लालायित दिखा। स्कूल-कालेज सभी बंद रहे। व्यापारियो ने प्रतिष्ठान बंद कर शहीद को सलाम किया। पूरा क्षेत्र गम में डूबा रहा। शहीद की पत्नी ज्ञान्ती का रो-रो कर बुरा हाल था, लेनिक पाकिस्तान के खिलाफ उसके जेहन में विरोध की आग भी धधकती नजर आयी। बोली,पाकिस्तानी फायरिंग में मेरे पति शहीद हुए है। अब मेरी एक ही इच्छा है कि मेरा एकलौता पुत्र बड़ा होकर सेना में भर्ती हो और पाकिस्तान को धूल चटाकर अपने पिता का मौत का बदला ले। बोली, मेरे पति अंतिम बार अगस्त माह में घर आए थे। उसके बाद फोन से ही बात होती थी। अंतिम बार फोन भी मंगलवार को ड्यूटी के दौरान आया था, बोले ड्यूटी पर जाना है। फिर… कहते हुए पत्नी अचेत होकर गिर पड़ी।