यू.पी.-100 एक अनूठी पहल – जहा ज़रूरत वह पुलिस
यू.पी.-100 योजना उ.प्र. सरकार की एक अनूठी पहल है । उ.प्र. सरकार ने अपराध से युद्द स्तर पर लड़ने तथा जनता को प्रभावी सुरक्षा के लिए त्वरित गति से पुलिस की सहायता उपलब्ध कराने के लिए यू.पी.-100 के रुप में एक बहुत ही महत्वकांक्षी प्रदेश व्यापी योजना आरम्भ की है । दुसरे शब्दो में यह आपात कालीन पुलिस प्रबन्धन प्रणाली है,इसके तहत किसी भी व्यक्ति द्वारा प्रदेश के किसी भी स्थान से 100 नम्बर पर काल करने पर शहरी क्षेत्रो में 15 मिनट व ग्रामीण क्षेत्र में 20 मिनट के अन्दर पुलिस पहुँचेगी । अतः हम कह सकते है कि यू.पी.-100 का मतलब “जहाँ जरुरत वहाँ पुलिस” ।
यू.पी.-100 से पहले डायल-100 योजना जिलों में पहले से ही कार्यरत थी जो जिला कण्ट्रोल रुम के माध्यम से नियन्त्रित होती थी परन्तु बडी तादात में लोगो की जरुरतों व फोन काल्स के कारण संसाधनो के अभाव में डालय-100 प्रणाली उतनी कारगर नही हो पा रही थी । आम लोगों की हमेशा से शिकायत रही थी कि सूचित करने के बावजूद भी पुलिस नहीं पहुँचती या देर से पहुँचती है तथा कार्यवाही भी ठीक ढंग से नहीं करती है । इसी समस्या को दूर करने के लिये इस कार्य प्रणाली को संगठित करने की आवश्यकता महसूस हुयी जिसके लिये राज्य सरकार ने प्रदेश स्तर पर संसाधनो और नवीन टेक्नोलाजी से युक्त यू.पी.-100 योजना के रुप में एक अभिनव प्रयास किया है जो देश ही नही पूरी दुनिया में एक अनूठी पहल है । इससे जनता को त्वरित गति से पुलिस सहायता उपलब्ध होगी ।
यू.पी.-100 प्रणाली को रेगुलेट करने के लिये लखनऊ में माडर्न कण्ट्रोल रुम ( केन्द्रीय काल सेंटर) बनाया गया है तथा इलाहाबाद एवं गाजियाबाद में मिनी कन्ट्रोल रुम(काल सेंटर) बनाए गये है यहाँ पर लगभग 1000 प्रशिक्षित कर्मचारी 24 घण्टे 100 न. की काल रिसीव करने के लिये मौजूद रहेंगें जो काल रिसीव करने के बाद रिकार्ड कर रजिस्टर्ड करके डिस्पैच आफिसर को देंगे । डिस्पैच आफिसर सम्बन्धित जिले में नजदीकी पुलिस वैन को घटना की जानकारी देगा व पुलिस वैन 15 से 20 मिनट में घटना स्थल पर पहुँच कर सहायता उपलब्ध करायेगी । यू.पी.-100 प्रणाली के सुचारु संचालन के लिए उ.प्र. सरकार द्वारा 3200 गाडियां व लगभग 30,000 प्रशिक्षित कर्मचारियों की व्यवस्था की गयी है ।
यह योजना पूरे प्रदेश में कुल छः चरणों में आरन्भ की जा रही है । हमारा जनपद बलिया चौथे चरण में है जिसकी शुरुआत 30 दिसम्बर को हो रही है । आज दिनांक 19.12.2016 को औपचारिक फ्लैग आँफ किया जा रहै है यानि कि यू.पी.-100 योजना की प्रतीकात्मक लांचिग जनपद बलिया में आज हो रही है परन्तु यह योजना सुचारु रुप से जनपद में 30.12.2016 से कार्य करेगी । इसके लिए उ.प्र. सरकार द्वारा जनपद बलिया के लिये 40 गाड़िया,80 प्रशिक्षित ड्राइवर व 180 प्रशिक्षित कर्मचारियों की व्यवस्था की गयी है । ये कर्मचारी स्माल वैपेन से लैश होगे तथा गाड़िया जी.पी.एस. व कम्प्यूटर सिस्टम से लैश होंगी । त्वरित गति से पुलिस सहायता पहुचाने के लिये सरकार द्वारा जनपद बलिया के लिये 17,000 महत्वपूर्ण स्थानों का डिजिटल मैप तैयार किया गया है जिससे पुलिस को घटना स्थल पर त्वरित गति से पहुचने में काफी मदद मिलेगी ।
इस तरह की आपात कालीन पुलिस सहायता प्रणाली इतने वृहत् स्तर पर नवीन टेक्नोलाजी से युक्त, प्रर्याप्त मानवीय एवं भौतिक संसाधनों के साथ पूरे उ.प्र. अर्थात 22 करोड़ जनसंख्या के लिए एक साथ दुनिया में पहली बार लागू हो रही है । काल रिकार्ड तथा सूचना के अधिकार के कारण अब थाना पुलिस कार्यवाही से इन्कार नही कर पायेगी । अतः यू.पी.-100 योजना ने पुलिस को और अधिक जवाब देह बनाया है । यू.पी.-100 के तहत 100 नम्बर पर हिन्दी, अग्रेजी तथा भारत व विश्व की प्रमुख भाषाओँ सहित स्थानीय भाषाओं में काल करने की सुविधा उपलब्ध है । इस प्रकार यू.पी.-100 योजना अपने आप में भारत सहित पूरी दुनिया में एक अनूठी पहल साबित हो रही है ।
अन्ततः कह सकते है कि यू.पी.-100 योजना सुशासन के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगी ।