प्रशासन ने छिड़का नमक

अखिलेश सैनी.
बलिया। सदर तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत गंगापुर के कटान पीड़ितों ने बुधवार को जिलाधिकारी का दरवाजा खटखटाया था कि शासन से सबकुछ उपलब्ध होने के बाद सदर तहसील व बैरिया तहसील के 377 कटान पीड़ितों में कुछ लोगों को भूमि क्रयकर बसा दिया गया,जबकि सैकड़ों अधिसंख्य लोग आज भी भटक रहे है। 
जिलाधिकारी ने कानूनगो को पुलिस प्रशासन के साथ तत्काल भूमि आवंटित कर पीड़ितों को बसाने के लिए रविवार को भेजा। अधिकारियों ने सूची पढ़कर जैसे ही सुनाया, पीड़ित भड़क गये। सूची में अनियमितता का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले की सूची में हम पिड़ितों का नाम था, जबकि इस सूची में गायब है। पीड़ित भूमि आवंटन सही सूची से करने की मांग पर डट गये। इसके चलते कानूनगो, लेखपाल और पुलिस प्रशासन को बिनाभूमि आवंटित किये बैरन वापस लौटना पड़ा। पीड़ितों ने इसकी शिकायत विधायक जयप्रकाश अंचल से किया। उन्होने अश्वासन दिया कि आपके साथ कोई गलत कार्य नही होने दिया किया जायेगा। इसमें जो गलत करेगा उसके विरूध कार्यवाही होगी। बता दें कि पिछले वर्षो में सैकड़ों कटान पिड़ितों का अशियाना गंगा की गोद में समा गया। पीड़ित एनएच 31 पर झुग्गी-झोपड़ी लगाकर जीवन यापन कर रहे है। वर्ष- 2013 में कटान पीड़ितों ने धरना प्रदर्शन किया तो प्रशासन ने 377 कटान पीड़ितों की सूची बनाकर शासन में भेजा। धन भी अवमुक्त हो गया, जिसमें ग्रामसभा बेलहरी, धर्मपुरा, मझौवां, पचरूखिया नरायनपुर, गंगापुर व बैरिया तहसील के केहरपुर के कटान पीड़ितों को जमीन क्रय कर बसाने की योजना थी। कुछ लोगों को विस्थापित भी किया जा चुका है, लेकिन सैकड़ों लोग आज भी वंचित है।

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