तिलहर,शाहजहाॅपुर – चीनी मिल गेट पर धरने ने लिया महापंचायत का रूप।
किसानो की महापंचायत को संबोधित करते प्रमोद यादव |
इमरान सागर
तिलहर,शाहजहाॅपुरः-क्षेत्र के गन्ना किसान अपनी तमाम समस्याओं को लेकर चीनी मिल गेट पर बिगत डेढ़ सप्ताह से धरना, अनशन मिल प्रबंधन्न से वार्ता विफल होने के बाद भूख हड़ताल में बदल गया। जिला प्रशासन एंव मिल प्रबंधन्क की हठधर्मिता के चलते अब इस धरने ने महांपचयत का रूप् लेकर पूरी तरह मिल का मुख्य द्वार बन्द कर दिया है।
दि किसान सकारी चीनी मिल लि0 प्रबंध्नन्न एंव आधिकारियों से अपनी विभिन्न समस्याओं की गुहार लगाये क्षेत्र के गन्ना किसान पिछले लगभग चैदह दिन से मिल के मुख् द्वार पर गांधीवादी धरना दिये बैठे रहे परन्तु किसी भी सम्बन्धित अधिकारी द्वारा किसानो के हित की बात नही की गई जिसके चलते मिल प्रंबन्धक अतुल खन्ना द्वारा किसानो की गई वार्ता पूर्णत्या असफल हो गई। उत्तेजित गन्ना किसानो ने भारतीय कृषक दल के नेतृत्व में मिल के मुख्य गेट पर ही धरने को महापंचायत का रूप देकर गेट को पूरी तरह घेर लिया। सेकड़ो की संख्या में मौजूद मिल प्रशासन से पीड़ित किसानो को संवोदित करते हुये भारतीय कृषक दल के रा0 महासचिव प्रमोद कुमार यादव ने मिल प्रबंधन्न एंव जिलाप्रशासन पर तीखे प्रहार करते हुये कहा कि जब तक गन्ना किसानो की समस्याओं का निस्तारण नही हो जाता तब हम यहाॅ ये जरा भी हिलने वाले नही। उन्होने मिल प्रशासन पर भ्रस्टाचार का आरोप लगाते हुये कहा कि महीनो चक्कर लगाने के बाद भी गन्ना उगाने वाले किसान को पर्ची नही मिलती है लेकिन जेब गरम करने वाले माफियाओं को तत्काल पर्ची दी जा रही है जिसके चलते गन्ना की लाईन में भी किसानो का जम कर उत्पीड़न हो रहा है। मिल से निकलने वाली काली मोटी राख नगर भर में उड़ कर प्रदूषण फैलाने के साथ आखोॅ में पड़ कर यातायात में बाध्ंाा डालते हुये दर्खटनाओं को बढ़ावा देकर आमजन का उत्पीड़न कर रही है आदि विभिन्न समस्याओं को बढावा दे रहा है। उन्होने तीखे शब्दो में कहा कि अब यदि कोई अधिकारी महापंचायत स्थल पर पहुंचता है तो उससे कोई बात नही करनी है बल्कि समस्याओं का लिखित निस्तारण चाहिये यदि एैसा नही किया गया तो फिर अधिकारियों के मुहं भी काले करने पड़े तो किये जायेगे परन्तु धरना महापंचायत तो तभी खत्म होगी जब लिखित निस्तारण होगा।