नोट की चोट – कमाल है बैंक की लाइन. गर्भवती ने दिया बैंक के लाइन में बच्चे को जन्म
समीर मिश्रा.
कानपुर. बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रुपैया इस कहावत के मायने आज सच्चाई में देखने को मिले मंगलपुर थाना क्षेत्र जी झीझक कस्वा स्थित पंजाब नैशनल बैंक शाखा का है जहां नोट बदलने आए गर्भवती महिला ने बैंक में ही बच्चे को जन्म दिया हुआ कुछ ऐसा कि जब शाह पुर गाँव की एक गर्भवती महिला पैसा निकालने के लिये सुबह से ही लाइन में लगे गयी दो घन्टे लाइन में खड़े रहने के कारण महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गयी लाइन में लगी अन्य महिलाओं ने उसको बैक के अन्दर ले जाकर प्रसव करवाया। प्रसव के बाद मनेजर ने उसको उसके खाते से बीस हजार रूपये निकलवा कर दिया।
अब सवाल ये उठता है की अगर उस महिला के साथ कोई अनहोनी हो जाती तो उसका जिम्मेदार कौन होता. वह बैंक स्टाफ जिसने उसे इस हालत में इतने समय लाइनों में खड़ा रखा। क्या कोई और ऐसा रास्ता नहीं था जिससे उस महिला को सुविधाजनक तरीके से रुपया मुहैया कराया जा सकता था उसकी हालत को देखते हुए मैनेजर साहब प्रसव के पहले भी उसे रुपया दिला सकते थे क्या आजकल के इंसान के दिल से इंसानियत खत्म हो गई है मोदी जी ने रूपया बंद किया है साहेब इंसानियत खत्म करने को नहीं कहा है।