आठ माह से मानदेय न मिलने से परेशान स्वास्थ्य कर्मी ने किया आत्महत्या का प्रयास
यशपाल सिंह
आजमगढ़ के सदर अस्पताल के ट्रामा सेंटर में मल्टी टास्क वर्कर के पद पर तैनात एक कर्मी ने आठ माह से मानदेय नहीं मिलने से हताश होकर शुक्रवार की रात में कई नींद की गोलियों का सेवन कर लिया। उसकी हालत खराब होने पर हड़कंप मच गया। आननफानन में उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां हालात स्थिर बानी हुई थी डॉक्टर का कहना था की हालत कुछ घंटे में ठीक होगी. मंडलीय/ज़िला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने बताया की अस्पताल में नया ट्रामा सेंटर बनने पर 26 मई 2016 को एक एनजीओ के माध्यम से नौ संविदा वार्डबॉय कर्मियों को यहां की व्यवस्था के लिए रखा गया था. आठ माह में कई बार यहां से शासन स्तरपर उनके मानदेय के लिए लिखा गया लेकिन कुछ नहीं हो सका. एक माह के उनके कार्यकाल में ही तीन बार रिमाइंडर जा चुका है. हालांकि अब सभी कर्मियों के मानदेय को भेजने का आश्वासन दिया गया है. उधर अन्य संविदा वार्डबॉय ने भी इतने दिनों से मानदेय न मिलने पर आर्थिक संकट की स्थिति बयान की।