रिहायशी इलाके में उद्योग का रूप ले चुका था पशु वध, गिरफ्तार पांच आरोपी कोर्ट में पेश, गए जेल
यशपाल सिंह
आज़मगढ़ : विकास के लिहाज़ से काफी पिछड़े आजमगढ़ में कोई बड़ा उद्योग तो नहीं लग पाया लेकिन देखते ही देखते यहाँ पर पशु वध का कारोबार उद्योग का रूप ले चुका है। कई इलाकों में बड़ी क्रूरता से गोवंशीय पशुओं का वध कर मांस की बिक्री व सप्लाई हो रही है। अब जब निर्वाचन आयोग के निर्देश पर पुलिस ने व्यापक चेकिंग अभियान शुरू किया तो सच्चाई सामने आ रही है। पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ आनन्द कुलकर्णी के आदेश के अनुक्रम में चलाये जा रहे वांछित अपराधियों के गिरफ्तारी व आर्दश आचार संहिता के उल्लंघन के दृष्टीगत शुक्रवार को प्रभारीनिरीक्षक देवगाॅव मुनीष प्रताप सिंह मय फोर्स द्वारा ग्राम-बैरीडीह में पाॅच ठिकानों पर दबिश दिया गया जहाॅ पर भारी मात्रा में प्रतिबंधित गोमांस व सामान बरामद किया गया। मौके से बरामद 76 गोवंश को राधाकृष्ण गोशाला सरायमोहन सुपुर्दगी में दिया गया तथा बरामद मांस में से सैम्पल चिकित्सकिय परीक्षण हेतु देकर गोमांस को संक्रमण, प्रदूषण की सम्भावना को देखते हुए गड्ढा खोदकर निस्तारित किया गया। पुलिस लाइन में खुलासा कर सीओ सदर सच्चिदानंद ने बताया कि 30 कुन्तल गोमांस, 76 गोवंश, 8 दो पहिया मोटरसाईकिल, 8 कुन्तल चर्बी (41 टीन में), 70 अद्द गोवंश खाल, एक बडा फ्रिजर, 11 अद्द बाका, दो बडा इलेक्ट्रानिक तराजू, 05 बडा ठीहा काटने वाला बरामद किया गया है। मामले में दो मुकदमे मु.अ.स. 26/17 धारा 3/5/8/8ए गोवध निवारण अधि0, थाना-देवगाॅव, आजमगढ़ व 02. मु.अ.स. 27/17 धारा 3/5/8/8ए गोवध निवारण अधि0, थाना-देवगाॅव, आजमगढ दर्ज किया गया।