लालू ने निभाई अपनी जिम्मेदारी, लगा एक बाप बेटे से मिल रहा है : आजम खां
जावेद अंसारी
लालू प्रसाद यादव ने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए एक ट्वीट करते हुए कहा यूपी देश का भविष्य तय करता है वहाँ सब ठीक ठाक करना हमारी जिम्मेदारी है अखिलेश में दम है सपा की सरकार बनेगी भाजपा चौथे नंबर पर होगी, लालू प्रसाद यादव ने आज सुबह कहा कि सपा में जो हो रहा है उससे मैं बहुत चिंतित हूँ उन्होंने कहा मैने मुलायम सिंह यादव से बात की और कहा कि फालतू लोगों के चक्कर में न पड़े, मैने अखिलेश से भी बात की है मैने अखिलेश को कहा कि फौरन जाकर मिलो मुलायम सिंह यादव से, लालू प्रसाद यादव ने के कहा मैने अपना फर्ज निभाया, ये हमारा फर्ज था इस लिए हमने मुलायम अखिलेश को फोन किया था, मुलायम सिंह के आवास पर एक घंटे की बैठक में आजम ने अखिलेश को एक बार फिर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के बारे में 2012 की जानकारी देते हुए एवं अखिलेश को समझाते हुए कहा मुलायम और अखिलेश में सुलह कराने के लिए आजम खान अखिलेश को मुलायम से मिलवाने ले गए.इसके बाद वहां एक घंटे लंबी बैठक चली. बैठक की शुरूआत में सिर्फ अखिलेश यादव, आजम खान और मुलायम सिंह यादव ही मौजूद थे. बाद में शिवपाल यादव भी इसमें शामिल हुए.बैठक शुरू होते ही आजम खान ने अखिलेश यादव को समझाया कि प्रदेश में पिता-पुत्र का रिश्ता मजाक का पात्र बन गया है, ऐसे में लोग पार्टी पर सवाल खड़े करने लगे हैं.आजम खान ने अखिलेश से कहा कि साल 2012 में आपके पिता मुलायम सिंह यादव ने ही आपको सीएम बनाया था, ऐसे में इस तरह से विवाद खड़ा कर देने से पार्टी को बहुत नुकसान हो सकता है, अखिलेश ने कहा कि मैं मानता हूं कि मै जो भी हूं इन्ही की बदौलत हूं लेकिन मेरे खिलाफ साजिश होती रही और नेता जी देखते रहे और उनकी ही मानी, नेता जी ने कहा कि मुझे सीएम नही बनना है. मैंने तो पांच साल पहले ही तुम्हे बना दिया था. लेकिन तुमने शिवपाल का अपमान किया, तुमने भी किसी के कहने पर ऐसा किया जो नही करना चाहिए था, शिवपाल यादव पूरी बैठक में चुप रहे,आजम खान ने दोनों को समझाने के बाद अखिलेश को कहा कि वो अपने पिता मुलायम सिंह यादव के पैर छुएं,जिसके बाद मुलायम सिंह यादव ने उन्हें गले लगा लिया,घर मे हुई बैठक के समाप्त होते ही सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से अखिलेश यादव ने कहा कि नेता जी आपको यूपी का तोहफा हम देंगे, आजम खां ने कहा सबसे बड़ा मुद्दा निष्कासन था,वह हल हो गया, मुसलमानों ने बड़े एतिमाद से सरकार बनाई, और वो चाहते हैं दोबारा आये, सीएम का शुक्रिया की वो राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिले, कोई शिकवा नहीं था, लगा एक बाप बेटे से मिल रहा है, मुझे किसी फार्मूले से कोई मतलब नहीं, बस संकट दूर होना चाहिए था वो हो गया गज़ाला लारी, ओमप्रकाश सिंह, हाज़ी रियाज़, शकील अहमद आज़म खाँ के आवास में मौजूद बाकी मुद्दों पर बाद में होगी बात,निष्कासन से लोग नाराज हो गए थे मैने अपनी जिम्मेदारी पूरी की,जब भी बच्चा रूठता है,पिता ही मनाता हैटिकट बटवारा मेरा विषय नहीं था,पहले पार्टी की समस्या दूर करना जरूरी था, वही दूसरी ओर शिवपाल यादव ने ट्वीट कर कहा हम सब मिलकर संप्रदायिक ताकतो से लड़ेगे और पुन: उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे, दुसरे ट्वीट में शिवपाल ने कहा कि नेता जी के आदेश के अनुसार अखिलश यादव और रामगोपाल यादव का पार्टी से निष्कासन तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है हम सब साथ है।
कुल मिलाकर अखिलेश की मीटिंग में 207 MLA, 53 कैंडिडेट 37 MLC और मुलायम की मीटिंग में 17 MLA और 103 कैंडिडेट पहुचे थे दरसल इसके पीछे वजह साफ है कि पार्टी के लोग मुलायम सिंह यादव का सभी सम्मान करते है लेकिन उन्हें अपना भविष्य अखिलेश यादव ने दिखाई दे रहा है।