सपा नेता ने दिया पत्रकार को जान से मारने की धमकी, आईरा आया पत्रकार के समर्थन में,मुकदमा दर्ज
घटना की जानकारी मिलते ही राष्ट्रीय प्रवक्ता (आईरा) तारिक आज़मी ने की पीड़ित पत्रकार से की बातचीत, किया पूरा साथ देने का वायदा.
आईरा के राष्ट्रीय प्रवक्ता तारिक आज़मी के हस्तक्षेप पर दर्ज हुवा नेता के खिलाफ मुकदमा.
पत्रकार उत्पीडन बर्दाश्त नहीं किया जायेगा – तारिक जकी (चेयरमैन – आईरा)
प्रशासन कड़ी कार्यवाही नहीं करेगा तो हम लड़ाई आगे तक लड़ेगे – पुनीत निगम (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष – आईरा)
इमरान सागर/बंडा-शाहजहाँपुर
पत्रकारों पर बढ़ रहे जुल्म और अत्याचारों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है । उनको आये दिन जान से मारने की धमकियाँ मिलती हैं और उनका लगातार शोषण किया जा रहा है ।अगर किसी भी नेता को अपनी पार्टी का प्रचार प्रसार करना हो तो ये नेता बड़े से बड़े पत्रकार के पैर छूने से नही चूकते , लेकिन जब इनका मतलब निकल जाता है तब ये पत्रकारों को जान से मारने की धमकियाँ देने लगते हैं।
ऐसा ही कुछ वाक्या बीते बुधवार दिनांक 18-01-2017 को एक टीवी चैनल के पत्रकार संदीप शर्मा के साथ हुआ जहाँ वर्तमान सपा विधायिका शकुन्तला देवी के इशारे पर उनके साथी नेता ने पत्रकार को जान से मारने की धमकी दे डाली। पूरी घटना इस प्रकार है बीते बुधवार शाम करीब 5 बजे बन्डा के मझरिया घाट से कुछ दूरी पर एक अजगर मिलने की सूचना की जानकारी पत्रकार संदीप शर्मा को दी गयी। संदीप शर्मा अपनी साथी पत्रकार राजीव कुशवाहा के साथ खबर कबरेज करने के लिए गए । वहाँ से गुजर रही वर्तमान सपा विधायिका शकुन्तला देवी की गाडी आकर रुकी। उनके साथ मौजूद रामप्रकाश शुक्ला नाम के व्यक्ति ने पत्रकारों को बुरा – भला कहना शुरू कर दिया। जब इस बात का पत्रकार ने विरोध किया तभी सपा नेता ने पत्रकार को जान से मारने की धमकी दे डाली। और इस पूरी घटना के वक्त वर्तमान सपा विधायिका मौनधारण किये रहीं ।उन्होंने इस मामले में कोई भी बात करना उचित नही समझा। उसके बाद उनकी गाड़ी बंडा स्थित सपा कार्यालय आकर रुकी, जहाँ पहुंचे पत्रकारों ने जब इस घटना के सम्बन्ध में बात करना चाहा तो वहाँ मौजूद सपा नेता ने एक बार फिर से पत्रकार को अकेले देख लेने की बात कही और अशोभनीय शब्दों में बात करते हुए लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को उजाड़ देने की बात कह डाली। इस मामले में मूकबधिर बनी सपा विधायिका शकुंतला देवी कुछ भी न कहते हुए अपने साथी नेता को चुप कराने के बजाय मौन धारण करना ही उचित समझा। इससे साफ जाहिर होता है कि विधायिका इस पूरे घटनाक्रम में शामिल हैं और पत्रकारों और सपा नेता के बीच हुई बातचीत में पूरा रोल अहमरूप से निभा रही हैं। इस प्रकरण की जानकारी होते ही आईरा के राष्ट्रीय प्रवक्ता तारिक आज़मी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पुनीत निगम और चेयरमैन तारिक जकी ने पीड़ित पत्रकार से फोन पर बात किया और लड़ाई में पूरा साथ देने का पीड़ित पत्रकार को विश्वास दिलाया. राष्ट्रीय प्रवक्ता तारिक आज़मी ने सम्बंधित थाने में फ़ोन पर बात किया. फिलहाल पुलिस ने IPC की धारा 504 व 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस सम्बन्ध में आईरा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पुनीत निगम ने अपने वक्तव्य में कहाकि यदि जल्द ही पुलिस ने कठोर कार्यवाही नहीं की तो हम प्रकरण को राष्ट्रीय पटल पर ले जायेगे, हम एक जगेन्द्र को इसी जिले में खो चुके है अब फिर ऐसा नहीं होने देगे.
प्रकरण में आईरा के चेयरमैन तारिक जकी ने अपने वक्तव्य में कहा है कि पत्रकारों का उत्पीडन हम एकदम बर्दाश्त नहीं करेगे. आवश्यकता पड़ी तो हम राष्ट्रीय स्तर पर आन्दोलन को बाध्य होंगे.
फिलहाल सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि क्या पत्रकरों को इसी तरह की धमकियां मिलती रहेंगी । जो पत्रकार लगातार दिन रात एक करके बगैर सेलरी लिए एक निम्न स्तर के व्यक्ति को ऊँची से ऊँची पदवी पर पहुंचता है उसी के साथ इस तरह की घटनायें मन में अशांति पहुंचाती हैं ।
गुड़