आरोपी लेखपाल को पुलिस हाथ लगाने से कतरा रही, आरोपी लेखपाल कर रहा है मनमानी
इमरान सागरः-’
तिलहर,शाहजहाॅपुरः-देश को भ्रस्टाचार मुक्त बनाने की पहल पर बिगत दिनो तहसील के परगना जलालपुर में कार्यरत लेखपाल को 5000 हजार रूपये की रिश्वत लेने के आरोप में रगें हाथो एंटी क्रप्शन टीम ने पकड़ कर तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया जबकि स्थानीय कोतवाली में 30 सितम्बर 2016 कों माननीय न्यायालय द्वारा 156 तीन में धारा 420 में पंजीकृत मुकदमे के आरोपी लेखपाल को पुलिस हाथ लगाने से भी कतरा रही है।
तिलहर तहसील के परगना जलालपुर क्षेत्र की एक बसीयत के मामले में रिश्बत मागने पर जहाॅ शिकायत कर्ता व्यास भगवानदास की सूझबूझ पर एंटी क्रप्शन विभाग की टीम द्वारा लेखपाल भगवानदास को रगें हाथो पकड़ कर जेल भेज दिया गया तो वहीं नगर क्षेत्र की भूमि के बड़े रक़बे के घोटालो का परबाज बना आरोपी लेखपाल अनूप शर्मा, को माननीय न्यायालय के आदेश पर 156 तीन में दर्ज मुकदमा मे 505/506 तथा 420 धारा लगने के बाद भी स्थानीय पुलिस हाथ लगाने से कतरा रही है। हालांकि माननीय न्यायालय द्वारा 156 तीन के आदेश पर दर्ज मुकदमे में आरोपी लेखपाल अनूप शर्मा के साथ पांच अन्य तथा 3-4 अज्ञातो पर मुकदमा दर्ज है परन्तु आई0ओ0 की लापरवाही कहें या फिर आरोपी का द्वारा मजबूत मैनेज सिस्टम जिसके चलते अभी तक कोई भी पुलिस कार्यवाही आगे बढ़ती नजर नही आई। मजबूत मैनेज सिस्टम एंव भारी रसूख के चलते मुकदमे की जांच अब तक लम्बित नजर आ रही है। वर्षों से चल रहा नगर की भूमि गाटा संख्या 38/2 रक़बा 0,58 डिस्मिल अर्थात 0,234 हे0 एन0जेड0ऐ0 स्थित ग्राम हिन्दुपट्टी नगर क्षेत्र मामले के आरोपी लेखपाल द्वारा कागंजो में हेर फेर करने का मामले में इससे पूर्व में शिकायते की गई परन्तु कोई कार्यवाही न होती देख मामला माननीय कोट पहुंचने पर आखिर 156/3 में मुकदमा दर्ज हो ही गया।
गौर तलब हो कि प्रार्थनी श्रीमती रामलली पत्नि स्वर्गीय राजाराम निवासी मोहल्ला बाहदुरगंज तिलहर जनपद शाहजहाॅपुर की शिकायत कि प्रार्थनी की गाटा भूमि संख्या 38/2 रक़बा 0,58 डि0 अर्थात 0,234 हे0 यानि 2340 वर्ग मीटर स्थित ग्राम हिन्दुपट्टी नगर क्षेत्र एन0जेड0ऐ0 तहसील व थाना तिलहर जिला शाहजहाॅपुर आराजी के असल मालिक बाबू रामेश्र सहाय द्वारा की गई पजींकृत बसीयत के आधार पर उनकी मृत्यु उपरान्त मिली है। प्रार्थनी का उक्त आराजी पर कब्जा दखल है जिसकी नामान्तरण कार्यवाही तहसील तिलहर में लम्बित है। कस्बा के भू माफिया एंव दबंग बदमाश बिपक्षीगंणो ने एक फर्जी बैनाता अशोक कुमार आदि से करा कर अराजी को नजायज तरीके से हड़पने का प्रयास किया, जानकारी होने पर उक्त फर्जी बैनामा की बाबत प्रार्थिनी ने अदालत सिविल जज सीनियर डिवीजन शाहजहाॅपुर दायर किया जो अन्तिम निस्तारण हेतु नियत है। उक्त मुकदमे के दौरान उक्त बिपक्षीगंणो ने अपनी नाजायज योजना में तहसील तिलहर के हल्का लेखपाल अनूप शर्मा निवासी मोहल्ला मौजमपुर कस्बा तिलहर जिला शाहजहाॅपुर को भी शामिल कर लिया। उक्त हल्का लेखपाल अनूप शर्मा ने अपने प्रभाव का प्रयोग कर प्रार्थिनी का नामन्तरण नही होने दे रहा है तथा जानी माली नुकसान की धमकियां दिलाते हुये प्रार्थिनी पर उक्त आराजी छोड़ने का दबाव बनाता रहा है। दिनाकं 21सितम्बर 2016 को शाम करीब सात बजे उक्त बिपक्षीगंण अपने साथ उक्त लेखपाल जिसके साथ तीन चार अज्ञात लोग अबैघ असलाह के साथ कर धावा बाल दिया और प्रार्थिनी को जबरदस्ती घर से उठा कर ले जाने का प्रयास करने लगे, शोर शराबा सुन कर पड़ौसियों के आ जाने पर लेखपाल के साथ आये उक्त सभी अबैध असलाह धारी गन्दी गन्दी गालिया देते हुये भाग गये। प्रार्थिनी थाने गई शिकायत ले कर परन्तु पुलिस ने रिपोर्ट नही लिखी। उक्त घटना के संबध में 23 सितम्बर 2016 को प्रार्थिनी पुलिस अधिक्षक से मिली परन्तु बिपक्षीगणो की रसूखदारी एंव लेखपाल की पावर के चलते रिपोर्ट नही लिखी गई। प्रार्थिनी की शिकायत पर माननीय कोर्ट न्यायालय ने मामले को तत्काल संज्ञान में लेते हुये उक्त लेखपाल अनूप शर्मा सहित बिपक्षीगंणो पर पुलिस को मुकदमा लिखने का आदेश जारी कर दिया। बताते चले कि उक्त प्रकरण में मु0आ0स0 299!16 में क्षेत्रिय लेखपाल अनूप शर्मा सहित पांच बिपक्षीगंण एंव तीन चार अज्ञातो पर अन्डर सेक्शन 154 सी0आर0पी0सी0 के तहत धारा 420 व 504 तथा 506 में मुकदमा तो पंजीकृत हो गया लेकिन लगभग दो माह बाद भी पुलिस द्वारा कोई एैक्शन न लिये जाने एंव स्थानीय प्रशासन की शिथिलता के चलते आरोपी खुलेआम अपने कार्य को अन्जाम देते रहे है।
सूत्र बताते है कि तहसील कार्यालय में स्थानीय तौर पर किस कदर भ्रस्टाचार व्याप्त हैं इसका एक उदाहरण बिगत शनिवार को उस समय सामने आया जब भ्रस्टाचार निरोधक शाखा ने पांच हजार रूपये रिश्बत लेते रगें हाथो लेखपाल भगवानदास को पकड़ लिया हालांकि यह कहना गलत नही होगा कि लम्बे समय से बीमार चल रहा निहायत ही सीधे स्भाव का लेखपाल जिसकी 6 पुत्रिया और एक पुत्र और शायद वह भी किसी गंभ्साीर बीमारी का शिकार है किसी षडयंत्र के चलते जाल में फंस गया। साथ ही यह भी कहना गलत नही होगा कि उक्त लेखपाल अनूप शर्मा पर आये दिन लगने वाले भ्रस्टाचार एंव भूमाफियाओं द्वारा जमीनो पर अबैध कब्जा कराने की शिकायतो को पूरी तरह झूठा कहा जाये। राशन कार्ड सत्यापन मे जमकर धांधली करने के साथ हीं अभिलेखो में क्षेत्र की तमाम गाटा भूमियो ंके फेरबदल तथा सरकारी एंव गैर सरकारी तालाबों को पटवाने तथा उन पर प्लाटिगं कराने में मदद कर भ्रस्टाचार को बढ़ावा देने वाले कर्मचारी बड़े रसूख के चलते साफ बच जाने पर कमजोर और निरीह कर्मचारी शिकार होते नजर आ रहे हैं।
केस से सबंन्धित आई0 ओ0 सुभाष कुमार के अनुसार जाचं चल रही है लेकिन अभी तक प्रमाण नही दिये गये है जिसके के कारण अग्रिम कार्यवाही नही पा रही है।