तीन सहेलियों के करिश्मे पर रहेगी सबकी नजर
जावेद अंसारी.
सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि ये तीनों सियासी सहेलियां चुनावी मैदान में क्या करिश्मा दिखाती हैं?जेठानी-देवरानी के इस सियासी रिश्ते में एक और चेहरा इस बार समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के संयुक्त मंच पर करिश्मा बिखेर सकता है. खबर है कि प्रियंका गांधी डिंपल के साथ चुनावी मंच साझा कर सकती हैं. अब ये पता नहीं कि उस मंच पर अपर्णा यादव को जगह मिलेगी या नहीं लेकिन ये तो तय है कि सियासत की इन तीन सहेलियों के करिश्मे पर सबकी नजर रहेगी.
SP ने इस सीट से कभी नहीं जीता चुनाव
प्रियंका गांधी, डिंपल यादव और अब अपर्णा यादव. कांग्रेस-एसपी गठबंधन के इन तीन बड़े चेहरों के दिलचस्प रिश्ते पर चर्चा से पहले आपको बता दें कि अखिलेश यादव ने अपने सौतेले भाई प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव को जिस लखनऊ कैंट सीट से उम्मीदवार बनाया है, उस सीट पर समाजवादी पार्टी आजतक कभी नहीं जीती. अपर्णा यादव का सियासी करियर समाजवादी पार्टी से शुरू तो हो गया लेकिन राह कांटों से भरी दिख रही है. उनके सामने हैं कांग्रेस से बीजेपी में आईं रीता बहुगुणा जोशी हैं. अपर्णा के लिए राहत बस इतनी सी है कि रीता बहुगुणा जोशी ने कांग्रेस में रहते हुए ये सीट जीती थी और वही कांग्रेस अब अखिलेश की समाजवादी पार्टी के साथ है. वैसे मुलायम परिवार में पिछले दिनों जो कुछ हुआ, उसको देखते हुए अपर्णा के लिए पार्टी का टिकट मिलना भी बड़ी बात माना जा रहा है.