प्रमोद कुमार निगम की हत्या पर मांग रहे कांग्रेसी न्याय, कहा शैलेन्द्र सिंह ने नशेड़ियो का अड्डा शराब ठेका नही बंद हो रहा
(जावेद अंसारी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में न्याय दो अभियान के तहत ठेला पटरी व्यवसायी संघ के सचिव प्रमोद कुमार निगम के हत्यारों के गिरफ्तारी के मांग को लेकर 19/01/2017 को संघ एवं आक्रोशित जनता ने धरना दिया था, जिला प्रशासन के आला अधिकारियों को अपना दस सुत्रिय मांग पत्र सौप कर हत्यारों के गिरफ्तारी को लेकर 24 घंटे का अलॉटमेंट दिया था, जिसका समय अवधि आज दोपहर 1:00 बजे खत्म हो गई, समय खत्म होने पर नाराज एवं आक्रोशित संघ के लोगों ने पुन: जवाहर नगर स्थित पार्क में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया, धरने की अध्यक्षता छावनी परिषद के पुर्व उपाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह ने करते हुवे कहाकि जिला प्रशासन पिछले तीन दिनों से प्रमोद कुमार निगम जी के हत्या के सवाल पर भरपुर तरिके से हम लोगों को बरगला रहा है, कोई भी मांग पूरी नही कर सकी न तो हत्यारों की गिरफ्तारी हो पायी, और न ही अपराधियों एवं नशेड़ियो का प्रमुख अड्डा शराब ठेका बंद हो पाया, धरने पर उपस्थित सभी आक्रोशित महिला एवं पुरुष ये जानना चाहती है, कि आखिर कौन सी ऐसी कार्रवाई हो रही है, जिसमें इतना विलम्ब हो रहा, हम अपने नेता के मौत पर चूप रहने वाले नही है, इस धरना के पश्चात क्रमवार अंदोलन के तहत दो दिवसीय धरना प्रदर्शन पश्चात न्याय दो नारे के साथ सिगरा थाना का घेराव कर हत्यारों की गिरफ्तारी का मांग के साथ तत्काल शराब ठेंगा बंद करने की माँग को लेकर उग्र अंदोलन की तरफ बढ़ने को मजबूर होंगे, थाना घेराव के सुचना तत्काल क्षेत्रधिकारी मय फोर्स के साथ धरना स्थल पर पहुच कर कार्रवाई की जानकारी देकर जल्द से जल्द शराब ठेका बंद करवाने आश्वासन दिया कि अंदोलन के नेतृत्व कर रहे फेरी पटरी ठेला व्यवसायी समिति ने तय किया, जब तक हमारी दस सुत्रिय मांगों को मान नही लिया जाता, तब तक लगातार 1:00 से तीन बजे तक धरना चलता रहेगा।
धरने का नेतृत्व ठेला पटरी व्यवसायी संघ के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिंह महादेव ने किया, धरने का संचालन हरीश मिश्रा ने किया, धरने में प्रमुख रूप से, शैलेंद्र सिंह छावनी परिषद पुर्व उपाध्यक्ष फेरी पटरी ठेला व्यवसायी समिती के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह महादेव, मनोज अग्रहरी, नूर मोहम्मद, रोशन अग्रहरी, नक्खूड सोनकर, अरविंद श्रीवास्तव, तथा साथ में सैकड़ो लोग मौजूद रहे।