नरेंद्र मोदी इन मऊ – सपा, बसपा और कांग्रेस को सजा देने का वक्त, 13 मार्च को खेलेंगे विजयी होली
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के आखिरी दो चरणों के प्रचार के मद्देनजर मऊ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैली सकुशल सम्पन्न
मऊ की रैली में बोले पीएम मोदी –
? लोकसभा चुनावों के दौरान 10 मई 2014 को रैली रद्द होने के कारण ना आ पाने के लिए माफी, सुशील राय के निधन के कारण टला था दौरा
?पीएम मोदी ने कहा कि एक मैदान में ही तीन सभा हो रही हैं.
?मोदी बोले कि आज भी कुछ इलाकों में मतदान जारी है, अब तक जितने भी मतदान के दौर हुए हैं, सभी को शांतिपूर्ण मतदान करवाने के लिए सभी मतदाताओं का अभिनंदन करता हूं, पहले ही दौर से बीजेपी के लिए जनसमर्थन उभर रहा है.
? यूपी के सभी नागरिकों को विश्वास दिलाता हूं कि पूर्ण बहुमत होने के बाद भी सभी साथी दलों को सम्मानित किया है, बीजेपी को यूपी में पूर्ण बहुमत होने के बावजूद साथी दल सरकार का हिस्सा होंगे.
?चुनाव घोषित होने के बाद समाजवादी पार्टी कांग्रेस की गोद में जाकर बैठे, डूबती हुई नाव में बैठ गये. शुरू में अखबार में फोटो छपवाकर खुश हो रहे थे.
? जब गठबंधन करके निकले तो दो-तिहाई बहुमत की बाते करते थे, पहले दौर के मतदान के बाद कुछ लोगों ने प्रचार में आने से मना किया, दो-तिहाई के बाद सभी हाथ जोड़ कर कहने लगे कि एक बार और अवसर दीजिए. अपने इलाके में भी इनकी पिटाई हो गई.
समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, बसपा पार्टी जीतने के लिए प्रयास करें यह उनका हक है, लेकिन सपा और बसपा दोनों को तीसरे दौर के बाद पक्का पता लगा कि अब वह नहीं जीतेंगे, अब उन्होंने नई तरकीब निकाली है कि हम हारें तो हारें लेकिन किसी को बहुमत नहीं मिलना चाहिए. बसपा, सपा को कहना चाहता हूं कि बीजेपी को हराने के लिए कितना भी प्रयास कीजिये लेकिन यूपी को बर्बाद मत कीजिये
? दुनिया भर में भारत की वाहवाही हो रही है, ये सब मोदी की वजह से नहीं 125 करोड़ देशवासियों की वजह से हुई है.
? इस चुनाव में बुआ और भतीजा के मेल नहीं बैठ रहा है.
?लोकसभा का चुनाव लड़ने से पहले ही मैंने कहा था कि भारत को गरीबी से मुक्त करने के लिए उत्तर प्रदेश का विकास बेहद जरुरी.
जैसा पश्चिमी भारत का विकास हुआ है, वैसा ही पूर्वी हिंदुस्तान का भी विकास होना चाहिए. ऐसा नहीं है कि दिल्ली के नेताओं को यहां की हालत का पता नहीं है, उन्हें पता होने के बावजूद यहां की परवाह नहीं है, इसके लिए सपा, कांग्रेस और बसपा को सजा देने की जरुरत नहीं है.
जब नेहरु जिंदा थे तो गाजीपुर के सांसद विश्वनाथ ने 11 जून 1962 को संसद में जब भाषण दिया था तो सभी भावुक हो गये थे. उन्होंने कहा था कि देश के हुक्मरानों, क्या आपको पता है कि पूर्वी यूपी में भूखमरी है, संसद में बैठा हुआ व्यक्ति वहां के हालात पर विश्वास वहीं करेगा. पूर्वी यूपी के लोग गोबर को साफ कर उसमें से अनाज निकाल कर अपना पेट भरता है.
इस भाषण के बाद नेहरु ने एचएम पटेल के नेतृत्व में कमेटी बनाई, कमेटी की रिपोर्ट पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई थी. हमारी सरकार के आने के बाद हमने उस रिपोर्ट पर अध्ययन शुरू किया. रिपोर्ट में मऊ-गाजीपुर के लिए रेललाइन की बात की गई थी, 50 साल तक इस काम को नहीं किया गया. लेकिन हमारी सरकार ने उस रेललाइन का काम शुरू करवा दिया.
बीजेपी के घोषणापत्र में किसानों के कर्ज माफ की बात की गई है, मैं यूपी के सांसद होने के नाते 11 मार्च को नतीजों के बाद 13 मार्च को विजयी होली मनाने के बाद बीजेपी की सरकार बनने के बाद पहली मीटिंग में ही किसानों के कर्ज माफी का निर्णय कर लिया जायेगा.
2022 तक किसानों की आय को दोगुना करना चाहते हैं, उसके लिए केंद्र सरकार ने सॉइल हेल्थ कार्ड का अभियान छेड़ा है.
केंद्र सरकार ने किसानों के लिए काम किया है, लेकिन जो काम बोलता है कह रहे हैं उनके काम नहीं कारनामे बोलते हैं. गुनाह करने वाली अखिलेश सरकार को सजा मिलनी चाहिए. केंद्र सरकार किसानों के लिए पैसा देती है, लेकिन अखिलेश सरकार उसपर अमल नहीं करती है.
बीजेपी शासित राज्यों में 50-60 प्रतिशत किसानों से फसल खरीदी जाती है, लेकिन यूपी सरकार 3 से 4 प्रतिशत तक ही खरीदती है. पूर्वी यूपी वाले नसीबदार, यहां के चुनाव देरी से हो रहा है इसलिए यहां बिजली मिल रही है, लेकिन जहां पर चुनाव हो गया वहां पर बिजली काट दी गई है. ये लोग आपके यहां भी चुनाव के बाद बिजली काट देंगे. भारत सरकार उत्तर प्रदेश को बिजली देना चाहती थी, लेकिन राज्य सरकार बिजली लेने से मना करती थी. 18 हजार करोड़ रुपया भारत सरकार ने दिया, लेकिन अभी आधे पैसे खर्च नहीं कर पाये।