मंत्री राममूर्ति व शंखलाल मांझी का भाग्य ईवीएम में कैद
सबसे महत्वपूर्ण सीट में शुमार मानी गयी अकबरपुर विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के शब्दों में उनके बेहद करीबी दुग्ध विकास मंत्री राममूर्ति वर्मा का मुकाबला बसपा के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री रामअचल राजभर से रहा। यहीं पर अकबरपुर नगर पालिका क्षेत्र के अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश वर्मा भी भाजपा प्रत्याशी के रूप में मैदान में है। कटेहरी क्षेत्र से बसपा सरकार के पूर्व मंत्री लालजी वर्मा का भाग्य भी ईवीएम में कैद हो गया। यहां से समाजवादी पार्टी के फैजाबाद जिले के अध्यक्ष एवं मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी सपा नेता जयशंकर पांडेय भी मैदान में है। जलालपुर विधानसभा क्षेत्र से वरिष्ठ सपा नेता एवं बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इस विधानसभा क्षेत्र से प्रदेश सरकार के समाज कल्याण मंत्री शंखलाल मांझी चुनाव मैदान में है। उनका मुकाबला विधायक शेर बहादुर सिंह के पुत्र व भाजपा प्रत्याशी राजेश सिंह तथा पूर्व सांसद राकेश पांडेय के पुत्र व बसपा प्रत्याशी रितेश पांडेय से है। इसी प्रकार टाण्डा विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की प्रतिष्ठा दांव पर है। भाजपा ने यहां से हिन्दू वादी नेता रहे स्व0 रामबाबू गुप्ता की पत्नी संजू देवी पर दांव लगाया है। उनका मुकाबला सपा के चर्चित विधायक अजीमुलहक पहलवान से है। अजीमुलहक भी मंत्री अहमद हसन के पंचरत्नों में शुमार माने जाते है। साफ है कि जिले के जिन चार विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सम्पन्न हुआ, वहां प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में किसी न किसी खास प्रत्याशी का भविष्य ईवीएम में कैद हो गया है। अब लोगों की नजर 11 मार्च को होने वाली मतगणना पर टिक गयी है।